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बांग्लादेश ने पहली बार जीता अंडर-19 वर्ल्ड कप , पांचवीं बार चैम्पियन बनने से चूका भारत

गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के बाद अकबर अली की कप्तानी पारी से बांग्लादेश ने वर्षा से प्रभावित कम स्कोर वाले आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप फाइनल में गत चैंपियन भारत को डकवर्थ लुईस पद्धति के तहत तीन विकेट से हराकर पहली बार खिताब जीता।

पोटचेफ्सट्रूम : गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के बाद अकबर अली की कप्तानी पारी से बांग्लादेश ने वर्षा से प्रभावित कम स्कोर वाले आईसीसी अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप फाइनल में गत चैंपियन भारत को डकवर्थ लुईस पद्धति के तहत तीन विकेट से हराकर पहली बार खिताब जीता। 
भारत के 178 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने जब 41 ओवर में सात विकेट पर 163 रन बना लिए थे तब बारिश के कारण खेल रोकना पड़ा। 
मैच दोबारा शुरू होने पर बांग्लादेश को 46 ओवर में 170 रन का लक्ष्य मिला जो उसने 42.1 ओवर में सात विकेट पर 170 रन बनाकर हासिल कर लिया। अकबर ने 77 गेंद में चार चौकों और एक छक्के से नाबाद 43 रन की पारी खेली। सलामी बल्लेबाज परवेज हुसैन इमोन ने पैर में जकड़न से परेशान होने के बावजूद 47 रन बनाए। 
भारत को कम स्कोर वाले मैच में दिशाहीन गेंदबाजी का खामियाजा भी भुगतना पड़ा। टीम ने 33 अतिरिक्त रन दिए जिसने बड़ा अंतर पैदा किया। 
चार बार चैंपियन भारत की ओर से लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने 30 रन देकर चार विकेट चटकाए लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके। सुशांत मिश्रा ने भी 25 रन देकर दो विकट चटकाए। 
भारत सलामी बल्लेबाज जायसवाल (121 गेंद में 88 रन, आठ चौके, एक छक्का) के अर्धशतक के बावजूद 47.2 ओवर में 177 रन पर सिमट गया। 
जायसवाल ने तिलक वर्मा (38) के साथ दूसरे विकेट के लिए 94 और ध्रुव जुरेल (22) के साथ चौथे विकेट के लिए 42 रन की साझेदारी की लेकिन इन तीनों के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज दोहरे अंक में नहीं पहुंच पाया। भारत ने अंतिम सात विकेट सिर्फ 21 रन जोड़कर गंवाए। 
बांग्लादेश की ओर से अविषेक दास ने 40 रन देकर तीन जबकि शरीफुल इस्लाम (31 रन देकर दो विकेट) और तनजीम हसन साकिब (28 रन पर दो विकेट) ने दो-दो चटकाए। 
लक्ष्य का पीछा करने उतरे बांग्लादेश को परवेज और तनजीद हसन (17) ने 8.5 ओवर में 50 रन जोड़कर शानदार शुरुआत दिलाई। इन दोनों ने कार्तिक त्यागी और मिश्रा की तेज गेंदबाजी जोड़ी की दिशाहीन गेंदबाजी का पूरा फायदा उठाया। 
भारत कप्तान प्रियम गर्ग ने नौवें ओवर में गेंद रवि बिश्नोई को थमाई जिनका स्वागत तनजीद ने छक्के के साथ किया। इस लेग स्पिनर ने हालांकि इसी ओवर में तनजीद को कार्तिक के हाथों कैच कराके भारत को पहली सफलता दिलाई। 
बिश्नोई ने इसके बाद महमूदुल हसन जाय (08) को भी गुगली पर बोल्ड किया। 
सलामी बल्लेबाज परवेज भी पैर में जकड़ने के कारण 25 रन के स्कोर पर रिटायर्ड हर्ट हो गए। बिश्नोई ने तौहिद हृदय (00) को पगबाधा करके बांग्लादेश का स्कोर तीन विकेट पर 62 रन किया। 
विकेटकीपर ध्रुव जुरेल ने इसके बाद बिश्नोई की गेंद पर शहादत हुसैन (01) को शानदार तरीके से स्टंप किया। इस विकेट के साथ बिश्नोई 17 विकेट के साथ मौजूदा टूर्नामेंट के सबसे सफल गेंदबाज बने। 
गर्ग ने इसके बाद मिश्रा को गेंदबाजी में वापसी कराई। शमीम हुसैन (07) उनकी पहली ही गेंद को हवा में लहरा गए और जायसवाल ने शानदार कैच लपककर उनकी पारी का अंत किया। 
कप्तान अकबर अली ने एक छोर संभाले रखा। उन्होंने बिश्नोई पर लगातार दो चौके मारे। 
अविषेक ने मिश्रा पर चौके के साथ 23वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। अगली गेंद पर वर्मा ने हालांकि स्लिप में उनका कैच टपकाया लेकिन बल्लेबाज ने इससे अगली गेंद पर त्यागी को कैच थमा दिया। 
परवेज इसके बाद दोबारा बल्लेबाजी के लिए उतरे। परवेज ने कप्तान के साथ अच्छी साझेदारी की। दोनों ने स्ट्राइकर रोटेट करने को तरजीह लेकिन खराब गेंद को सबक भी सिखाया। 
परवेज हालांकि पैर में जकड़न से परेशान दिखे। कामचलाऊ स्पिनर जायसवाल ने उनकी इसकी कमजोर की फायदा उठाकर ड्राइव खेलने को मजबूर किया और आकाश ने उनका कैच लपका लिया। उन्होंने 79 गेंद का सामना करते हुए सात चौके मारे। 
रकीबुल हसन ने इसके बाद कप्तान का अच्छा साथ दिया। बांग्लादेश को हालांकि जब 54 गेंद में जीत के लिए 15 रन की दरकार थी तब बारिश के कारण मैच रोकना पड़ा। 
मैच दोबारा शुरू होने पर बांग्लादेश को 30 गेंद में सात रन बनाने का लक्ष्य मिला जो उसने आसानी से हासिल कर लिया। रकीबुल नौ रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने कप्तान के साथ 27 रन की अटूट साझेदारी की।
इससे पहले बांग्लादेश ने टास जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद भारत की शुरुआत बेहद धीमी रही। 
पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में भारत को 10 विकेट से जीत दिलाने वाली जायसवाल और दिव्यांश सक्सेना (02) की जोड़ी सातवें ओवर में ही टूट गई जब टीम का स्कोर सिर्फ नौ रन था। 
शरीफुल और तनजीम ने भारतीय सलामी जोड़ी पर दबाव बनाया जिसका फायदा उठाते हुए तेज गेंदबाज अविषेक ने सक्सेना को बैकवर्ड प्वाइंट पर महमूदुल के हाथों कैच करा दिया। 
जायसवाल और वर्मा ने इसके बाद पारी को संवारा। जासवाल ने आठवें ओवर में तनजीम पर पारी का पहला चौका मारा और फिर अविषेक पर भी बाउंड्री जड़ी।  जायसवाल ने 17वें ओवर में शमीम हुसैन पर चौके के साथ टीम के रनों का अर्धशतक पूरा किया। 
बांग्लादेश के गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाया। वर्मा ने 25वें ओवर में अविषेक पर चौके के साथ भारत के 50 गेंद के बाउंड्री के सूखे को खत्म किया। 
जायसवाल ने तौहिद हृदय की गेंद पर एक रन के साथ 89 गेंद में मौजूदा विश्व कप का चौथा अर्धशतक पूरा किया। 
जायसवाल ने 29वें ओवर में तनजीम पर छक्के के साथ भारत का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया लेकिन इसी ओवर में वर्मा डीप बैकवर्ड प्वाइंट पर शरीफुल को कैच दे बैठे। उन्होंने 65 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके मारे। 
कप्तान प्रियम गर्ग नौ गेंद में सात रन बनाने के बाद रकीबुल की गेंद पर तनजीम को बेहद आसान कैच दे बैठे जिससे भारत का स्कोर तीन विकेट पर 114 रन हो गया। 
जायसवाल ने इसके बाद कुछ आकर्षक शाट खेले लेकिन शरीफुल ने 40वें ओवर में उन्हें और सिद्धेश वीर (00) को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेजा। 
ध्रुव जुरेल भी अथर्व अनकोलेकर के साथ गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हुए। बिश्नोई (02) भी रन आउट हुए जबकि अविषेक ने अनकोलेकर (03) और कार्तिक त्यागी (00) को पवेलियन भेजा। तनजीम ने मिश्रा (03) को पवेलियन भेजकर भारत की पारी का अंत किया। 

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