भारत और श्रीलंका के बीच T20 सीरीज खत्म होने के बाद अब 4 मार्च से मोहाली में टेस्ट मैच खेला जाना है। भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली के लिए ये मुकाबला खास होने वाला है क्योंकि उनके करियर का यह 100वां टेस्ट मैच है। साथ ही श्रीलंका का भी ये 300वां टेस्ट मुकाबला है। लेकिन मोहाली में होने वाले इस मैच को लेकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीसीआई फैंस के निशाने पर है। वजह है- मुकाबले को देखने के लिए मैदान में दर्शकों के जाने पर रोक।
दरअसल BCCI ने फैसला लिया है की मोहाली में भारत-श्रीलंका के बीच पहला टेस्ट मैच बिना दर्शकों के खेला जाएगा। सोशल मीडिया पर इसके चलते लगातार सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि बीसीसीआई ऐसा जानबूझकर कर रहा है। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने पिछले दिनों कहा था कि बीसीसीआई के आदेश के चलते पहला टेस्ट बिना दर्शकों के खेला जाएगा। कोषाध्यक्ष आरपी सिंगला ने पीटीआई से कहा था, बीसीसीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार टेस्ट मैच के लिये ड्यूटी पर रहने वाले लोगों के अलावा आम दर्शकों को अनुमति नहीं दी जायेगी। इस फैसले की वजह कोरोना मामलों को बताया गया था। साथ ही कहा गया कि विधानसभा चुनावों के लिए 10 मार्च को होने वाली मतगणना के चलते राज्य सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपनी मजबूरियां बताई हैं। इन सबके चलते मोहाली में होने वाला टेस्ट बिना दर्शकों के होगा।
Worst BCCI Politics 👎 !!#AllowCrowdinMohali • @imVkohli pic.twitter.com/EiVZniBHOa
— Troll RCB Haters (@TWT_RCB) February 28, 2022
फैंस सवाल इस बात पर उठ रहे है कि जब मोहाली टेस्ट से पहले धर्मशाला में खेले गए टी20 मुकाबले में दर्शक आ सकते हैं। फिर बेंगलुरु में दूसरे टेस्ट में भी दर्शक आ सकते हैं तो मोहाली में भी तो आ सकते थे। भले ही फुल कैपेसिटी नहीं रखी जाती। लेकिन कम से कम 50 फीसदी या 25 फीसदी दर्शकों को अनुमति दी जा सकती थी। साथ ही अगर चुनाव के चलते पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिल पा रही थी तब बेंगलुरु में पहला टेस्ट कराया जा सकता था।