भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दौरान सट्टेबाजी और अन्य भ्रष्ट गतिविधियों को रोकने के लिए ब्रिटेन स्थित कंपनी स्पोर्ट रडार के साथ करार किया है जो अपनी धोखाधड़ी जांच प्रणाली (FDS) के जरिए सेवाएं देगी। आईपील का 13वां सत्र खाली स्टेडियमों में खेला जाएगा।
ऐसे में अजित सिंह की अगुवाई वाली बीसीसीआई भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (ACU) के सामने एक अलग तरह की चुनौती होगी क्योंकि कुछ राज्य स्तरीय लीग के दौरान सट्टेबाजी से जुड़ी धोखाधड़ी बढ़ी है और इस लुभावनी प्रतियोगिता के दौरान इसके बढ़ने की संभावना है। आईपीएल के एक सूत्र ने कहा, ‘हां, बीसीसीआई ने इस साल के आईपीएल के लिए स्पोर्ट रडार के साथ करार किया है। वे एसीयू के साथ मिलकर काम करेंगे और अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘स्पोर्ट रडार ने हाल में गोवा फुटबॉल लीग के आधा दर्जन मैचों को संदेह के घेरे में रखा था। वे FIFA (विश्व फुटबॉल संस्था), UAF (यूरोपीय फुटबॉल की संस्था) और विश्वभर की विभिन्न लीग के साथ काम कर चुके हैं। बीसीसीआई एसीयू ने हाल में तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) सहित राज्यस्तरीय टी20 लीग के दौरान सट्टेबाजी के अलग तरह के नमूनों का पता लगाया था। अलग तरह के दांव लगाए जाने के कारण एक प्रमुख सट्टा कंपनी ने दांव लगवाना बंद कर दिया था।
स्पोर्ट रडार के अनुसार FDS एक विशिष्ट सेवा है, जो खेलों में सट्टेबाजी से संबंधित हेराफेरी का पता लगाती है। यह इसलिए संभव हो पाता है क्योंकि एफडीएस के पास मैच फिक्सिंग के उद्देश्य से लगाए जाने वाली बोलियों को समझने के लिए उपयुक्त प्रणाली है।