Uttarakhand क्रिकेट को मिला रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका। बांग्लादेश और अफगानिस्तान के बीच तीन टी20 मैैचों की सीरीज देहरादून में बने नए अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेली गई है। सोमवार को यानी 18 जून को Uttarakhand क्रिकेट के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है।
बीसीसीआई ने 18 साल के इंतजार के बाद सोमवार को Uttarakhand को रणजी क्रिकेट खेलने की अनुमति दे दी है। इस बात की बीसीसीआई ने सोमवार को दिल्ली में घोषणा की।
रणजी ट्रॉफी में जगह मिली Uttarakhand क्रिकेट को
Uttarakhand क्रिकेट में अंदर ही लंबे समय से विवाद चल रहा था जिसके कारण बीसीसीआई ने उसे रणजी खेलने का दर्जा नहीं दे रहा था। उत्तराघंड क्रिकेट के सभी गुटों के बीच में आम सहमति बनने के बाद बीसीसीआई ने यह फैसला लिया है।
बसीसीआई ने नौ सदस्यीय कमेटी बनाई जिसमें छह राज्य संघों के अधिकारियों को शामिल किया गया है। बता दें कि एक सदस्य उत्तराखंड राज्य सरकार की तरफ से कमेटी में रहेगा।
बीसीसीआई के दो सदस्यों को भी जगह दी है इस कमेटी में
इस कमेटी में बीसीसीआई के दो सदस्यों को भी शामिल किया गया है। बता दें बीसीसीआई की तरफ से इस कमेटी में प्रोफेसर रतनाकर शेट्टी को जगह मिली है।
ऐसा कहा जा रहा है कि यह समिति एक साल तक ही काम करेगी। इस कमेटी का काम बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त राज्य संघ का गठन करना होगा।
36 से ज्यादा राज्य नहीं खेल सकते रणजी ट्रॉफी
रणजी ट्रॉफी खेलने वाले राज्यों की संख्या 36 से ज्यादा नहीं हो सकती है। बीसीसीआई के इस फैसले पर Uttarakhand सरकार ने भी खुशी जताई। राज्य के खेल मंत्री अरविंद पांडे ने कहा, ” हमने इसके लिए प्रयास किया। इसके लिए हमने बीसीसीआई के साथ करीब नौ बैठकें की।”
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए क्लिक करे