ऑस्ट्रेलिया के वाइट बॉल टीम के कप्तान एरोन फिंच ने संन्यास लेकर सबको चौंका दिया है। अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को पहली बार टी20 वर्ल्ड कप जीताने वाले एरोन फिंच ने टी20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले वनडे क्रिकेट से सन्यास लेने का फैसला किया है। संन्यास लेने के पीछे फिंच का हालिया फॉर्म रहा है। पिछले कुछ समय से फिंच के बल्ले से बड़ा स्कोर नहीं देखने को मिला है। अब फिंच अपना आखिरी मुकाबला न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 11 सितम्बर को खेलेंगे।
एरोन फिंच ने अपने बयान में कहा “मेरा सफर काफी शानदार रहा और कई सारी यादें मेरे साथ जुड़ी रहींं। मैं काफी भाग्यशाली हूं कि मुझे कुछ बेहतरीन वनडे टीम का हिस्सा बनने का मौका मिला।” फिंच ने अपने साथी खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ का आभार व्यक्त किया। फिंच ने कहा “जिनके साथ मैंने खेला और जो लोग मेरे पीछे रहे उनका भी मैं आभार प्रकट करता हूं। अब समय आ गया है कि नए लीडर को इस फॉर्मेट में मौका दिया जाए और अगले वर्ल्ड कप की तैयारी की जाए। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस सफर में मेरी मदद की।
एरोन फिंच ने ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली बार वनडे क्रिकेट साल 2013 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था, उसके बाद से फिंच ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 145 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने 39.13 की औसत से 5,401 रन बनाए है। इस दौरान फिंच ने 17 शतक और 30 अर्धशतक लगाए। उनका हाईएस्ट स्कोर 153 रहा है। एरोन फिंच 2015 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया टीम के सदस्य भी थे। इसके बाद 2018 में स्टीव स्मिथ पर बॉल टेम्परिंग के मामले में बैन लगने के बाद एरोन फिंच को ऑस्ट्रेलिया की वनडे टीम का नियमित कप्तान बनाया गया। हालंकि फिंच पिछले कुछ समय से फॉर्म अच्छा नहीं चल रहा था और पिछली 7 पारी में फिंच के बल्ले से केवल 26 रन निकले है। फिंच ने वनडे क्रिकेट से जरूर संन्यास ले लिया है, लेकिन वो टी20 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान के रूप में खेलते रहेंगे और आने वाले टी20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी भी करेंगे।