राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता भारोत्तोलक Bindyarani Devi ने मंगलवार को यहां भारोत्तोलन विश्व कप में महिलाओं की 55 किग्रा स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
गैर ओलंपिक भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए 25 वर्षीय बिंदियारानी ने कांस्य पदक जीतने के दौरान कुल 196 किग्रा (83 और 113 किग्रा) उठाया।
HIGHLIGHTS
हालांकि यह मणिपुरी भारोत्तोलक उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। उन्होंने 2022 में बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों में 203 किग्रा के कुल प्रयास के साथ रजत पदक जीता था। भारतीय खिलाड़ी छह प्रयासों में सिर्फ तीन वैध प्रयास कर सकी। उनका कुल वजन का प्रयास उत्तर कोरिया की कांग ह्योन ग्योंग से 38 किग्रा कम था जिन्होंने कुल 234 किग्रा (103 और 131 किग्रा) वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता। मीराबाई चानू के 49 किग्रा भार वर्ग में पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली रोमानिया की कैम्बेई मिहाइला-वेलेंटीना ने कुल 201 किग्रा (91 और 110 किग्रा) के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ रजत पदक जीता।
बिंदियारानी ने क्लीन एवं जर्क वर्ग में 113 किग्रा भार उठाकर रजत पदक भी जीता। महाद्वीपीय, विश्व कप और विश्व चैंपियनशिप में स्नैच, क्लीन एवं जर्क और कुल वजन के लिए पदक अलग-अलग प्रदान किए जाते हैं। अंतिम ओलंपिक क्वालीफाइंग स्पर्धा में पदक जीतने के बावजूद बिंदियारानी पेरिस खेलों की दौड़ से बाहर है।
वह पेरिस ओलंपिक में शामिल 59 किग्रा भार वर्ग में चली गई थी और उस श्रेणी में 2022 विश्व चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा की और 25वें स्थान पर रही। इसके बाद वह अपने पुराने 55 किग्रा भार वर्ग में वापस आ गईं जिसमें उन्होंने पिछले साल एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। बिंदियारानी वर्तमान में 59 किग्रा ओलंपिक क्वालीफिकेशन रैंकिंग (ओक्यूआर) में 29वें स्थान पर हैं और दौड़ से बाहर हैं क्योंकि प्रत्येक भार वर्ग में शीर्ष 10 भारोत्तोलक पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई करेंगे।