साओ पाउलो : कोपा अमेरिका के क्वार्टर फाइनल में ब्राजील की टीम ने शुक्रवार को पराग्वे को पेनाल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली। 1993 में टूर्नामेंट का फॉर्मेट बदलने के बाद यह छठी बार है जब टीम ने सेनीफाइनल में जगह बनाई। खास बात यह है कि ब्राजील पिछली 5 बार जब भी सेमीफाइनल खेला, तब उसने फाइनल में जगह बनाई। इनमें से चार बार (1997, 1999, 2004, 2007 में) तो उसने खिताब भी जीता।
ग्रुप स्टेज के शुरुआती मैचों में लड़खड़ाती दिख रही ब्राजील ने अपने आखिरी मैच में पेरू को 5-0 से हराकर लय में लौटा था। सेमीफाइनल में भी उसके खिलाड़ियों ने वैसा ही जुझारू खेल दिखाते हुए पराग्वे को गोल का कोई मौका नहीं दिया और मुकाबला पेनाल्टी शूटआउट तक पहुंचा।
ब्राजील कोपा अमेरिका के इतिहास में सबसे ज्यादा 9 पेनाल्टी शूटआउट खेलने वाली टीम बन गई। पराग्वे के साथ कोपा अमेरिका में ब्राजील के पिछले दो मुकाबले (2011 और 2015) भी पेनाल्टी शूटआउट तक पहुंचे थे। तब पराग्वे ने ब्राजील को शिकस्त दी थी। दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में अब तक कुल 11 बार ड्रॉ खेल चुकी हैं।
पराग्वे के लिए गोंजालेज पहला ही मौका चूके…पेनाल्टी शूटआउट में ब्राजील के लिए पहला गोल गेब्रियल हेसस ने किया। जवाब में पराग्वे के डेर्लिस गोंजालेज गोल करने में सफल नहीं हो पाए। ब्राजीली गोलकीपर एलिसन बेकर ने अपनी बाईं तरफ डाइव लगाते हुए उनकी गोल की कोशिश को नाकाम कर दिया।
ब्राजील के लिए रॉबर्टो फर्मिनो अपना शॉट चूक गये लेकिन फिलिप कूटिन्हो, मार्किन्होस और विलियन ने अपने-अपने शॉट को गोल में बदला। पराग्वे के गुस्तावो गोमेज अपना आखिरी शॉट चूक गए और ब्राजील ने पेनाल्टी शूटआउट में 4-3 से मैच जीत लिया।
कोच ने जताई मैदान की खराब स्थिति पर चिंता… मैच के बाद ब्राजील टीम के हेड कोच टीटे ने कहा कि मैदान की हालत काफी खराब थी। इसके चलते ब्राजील को आक्रामक खेल दिखाने में दिक्कत आ रही थी। फील्ड की आलोचना करते हुए टीटे ने कहा कि हमें ऐसी जगह खेलना पड़ा जहां खिलाड़ियों को पास देने में भी संघर्ष करना पड़ा।