न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकुलम अपने वक्त में सभी गेंदबाजों के लिए खौफ का दूसरा नाम थे, परंतु डब्ल्यूटीसी फाइनल के दौरान यही वो खिलाड़ी था जो शायद सबसे ज्यादा डरा हुआ था। दरअसल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के निर्णायक मुकाबले में पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैक्कलम को डर था कि कही कीवी टीम एक बार फिर करीब पहुंचने के बावजूद विश्व खिताब हाथ से फिसल नहीं जाए। मैक्कलम की खुशी का उस समय हालांकि कोई ठिकाना नहीं रहा जब केन विलियमसन और रॉस टेलर ने भारत के खिलाफ लक्ष्य हासिल करके न्यूजीलैंड को पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब दिला दिया।
न्यूजीलैंड ने साउथम्पटन में बारिश से प्रभावित मुकाबले में बुधवार को भारत को आठ विकेट से हराकर पहली डब्ल्यूटीसी गदा उठाई। मैकुलम रोमांचित हैं कि टीम ने अपना पहला विश्व खिताब पारंपरिक प्रारूप में जीता। मैकुलम ने कहा पिछले कुछ वर्षों में उनका सफर शानदार रहा है और वह सर्वोच्च सफलता का स्वाद चखने के इतने करीब पहुंचे।
उन्होंने कहा, खेल के शीर्ष प्रारूप में ऐसा करना शानदार है। ईमानदारी से कहूं तो मैं अब भी इस अहसास से नहीं उबर पाया हूं। रात को मुकाबला काफी करीबी थी लेकिन इसमें पिछले दो विश्व कप की याद आ रही थी जब हम करीब पहुंचे लेकिन जीत दर्ज नहीं कर पाए। दूसरी पारी में भारत को 170 रन पर ढेर करने के बाद न्यूजीलैंड ने कप्तान विलियमसन (52) और अनुभवी रोस टेलर (47) की नाबाद पारियों की बदौलत दो विकेट खोकर 139 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया।
मैकुलम ने कहा, मौसम और बेहद मजबूत भारतीय टीम के खिलाफ यह नतीजा हासिल करना शानदार है। मुझे यकीन कि आगामी दिनों और हफ्तों यहां तक कि वर्षों तक हम इस लम्हे को देखेंगे और केन की टीम जो हासिल कर पाई है उस पर गर्व करेंगे। मैकुलम के लिए यह जीत और भी संतोषजनक है क्योंकि यह भारत की मजबूत टीम के खिलाफ दर्ज की गई। बेहद सीमित संसाधन वाले देश के लिए यह शानदार है और विश्व क्रिकेट के शक्तिशाली देश के खिलाफ सबसे बड़े मंच पर इसे हासिल करना और भी अधिक संतोषजनक है।