मुंबई : आस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच ने शुक्रवार को कहा कि भारत के खिलाफ तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला में उनकी टीम के लिये महत्वपूर्ण होगा वे अपने दिमाग में जसप्रीत बुमराह का हौव्वा नहीं बनाये रखे। फिंच के अनुसार भारत का प्रमुख तेज गेंदबाज सम्मान का हकदार है लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी टीम के लिये यह महत्वपूर्ण होगा कि वह अपने मजबूत पक्षों पर ध्यान दे।
फिंच ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘मेरा मानना है कि खिलाड़ी जितना अधिक उसका सामना करेंगे उतना उन्हें पता चलता रहेगा कि वह कैसी गेंदबाजी करता है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि हम इसको लेकर ज्यादा हौव्वा न बनायें। धमाकेदार बल्लेबाज डेविड वार्नर के साथ पारी का आगाज करते हुए फिंच को बुमराह का सामना करना होगा।
वह ऐसा गेंदबाज है कि जब आप उसके खिलाफ नहीं खेल रहे हों तो आप उसे गेंदबाजी करते हुए देखना पसंद करेंगे। वह तेज और आक्रामक गेंदबाज है और वह अपनी रणनीति पर बहुत अच्छी तरह से अमल करते हैं। बुमराह तीन महीने तक चोट से बाहर रहने के बाद वापसी कर रहे है और आस्ट्रेलियाई टीम 14 जनवरी से मुंबई में शुरू होने वाली श्रृंखला में उनका सामना करने को लेकर सतर्क हैं।
फिंच ने कप्तानी के शून्य को भर दिया : कोच
आस्ट्रेलिया के कार्यवाहक कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड का मानना है कि आरोन फिंच एक क्रिकेटर के तौर पर काफी परिपक्व हो गये हैं और उन्होंने सीमित ओवरों में कप्तानी को लेकर पैदा हुआ शून्य भर दिया है। भारत के खिलाफ 14 जनवरी से शुरू होने वाले तीन एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में जस्टिन लैंगर की जगह मैकडोनाल्ड कोच की भूमिका निभाएंगे।
मैकडोनाल्ड ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि पिछले तीन साल में आरोन फिंच नेतृत्वकर्ता के रूप में काफी आगे बढ़े हैं। कप्तानी के मामले में आस्ट्रेलिया में जो शून्य पैदा हुआ था वह उन्होंने भर दिया है। उनका कप्तान के रूप में विकास शानदार है। खिलाड़ियों को लेकर उनकी समझ लाजवाब है।’