भारत की युवा बल्लेबाजों यस्तिका भाटिया और शेफाली वर्मा के विपरीत अंदाज में जड़े अर्धशतक और दोनों के बीच शतकीय साझेदारी से भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को यहां तीसरे और अंतिम एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में आस्ट्रेलिया को दो विकेट से हराकर उसके लगातार 26 मैचों में अजेय अभियान को रोक दिया। भारतीय महिला टीम ने हालांकि श्रृंखला 1-2 से गंवा दी लेकिन क्लीनस्वीप से बचने में सफल रही।
That is it!⁰⁰⚡️
Came agonisingly close in the 2nd ODI but have crossed the finish line NOW. #TeamIndia win the 3rd ODI by 2 wickets after a thrilling chase and with it end Australia’s marathon 26-match unbeaten streak. #AUSvIND pic.twitter.com/4b7QJxvX5w
— BCCI Women (@BCCIWomen) September 26, 2021
आस्ट्रेलिया के 265 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए यस्तिका ने 69 गेंद में 64 जबकि शेफाली ने 91 गेंद में 56 रन की पारी खेली। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 101 रन की साझेदारी भी की जिससे भारत ने तीन गेंद शेष रहते आठ विकेट पर 266 रन बनाकर जीत दर्ज की। भारत की लक्ष्य का पीछा करते हुए यह सबसे बड़ी जीत है। इस जीत से दिन-रात्रि टेस्ट से पूर्व भारतीय टीम को मनोबल बढ़ेगा।
यस्तिका ने अपनी पारी में नौ चौके मारे जबकि शेफाली ने सात बार गेंद को बाउंड्री के दर्शन कराए। अंत में दीप्ति शर्मा ने 30 गेंद में 31 और स्नेह राणा ने 27 गेंद में 30 रन की पारी खेलने के अलावा सातवें विकेट के लिए 33 रन जोड़कर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। आस्ट्रेलिया मुश्किल हालात से उबरते हुए एशलेग गार्डनर (67) और पिछले मैच में शतक जड़ने वाली बेथ मूनी (52) के बीच 98 रन की साझेदारी की बदौलत नौ विकेट पर 264 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को शेफाली और स्मृति मंधाना (22) ने पहले विकेट के लिए 59 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई। अर्धशतक जड़ने वाली गार्डनर ने मंधाना को अनाबेल सदरलैंड के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा। यस्तिका और शेफाली ने इसके बाद भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया और आस्ट्रेलिया गेंदबाजों को लंबे समय तक सफलता से महरूम रखा।
भारत 25 ओवर में एक विकेट पर 131 रन बनाकर काफी अच्छी स्थिति में था। शेफाली ने 86 गेंद में अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके तुरंत बाद सोफी मोलिन्यु की गेंद पर बोल्ड हो गईं। वह पीठ में दर्द और थकान से परेशान दिख रही थी। अपना तीसरा वनडे खेल रही 21 साल की यस्तिका ने आक्रामक रुख अपनाया और 56 गेंद में करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। स्थानापन्न खिलाड़ी मोली स्ट्रेनो ने स्टेला कैंपबेल की गेंद पर बाउंड्री पर शानदार कैच लपकते हुए यस्तिका की पारी का अंत किया।
अनाबेल सदरलैंड ने रिचा घोष को खाता खोले बिना पवेलियन भेजा जबकि पूजा वस्त्रकार (03) को बोल्ड करके भारत का स्कोर एक विकेट पर 160 रन से पांच विकेट पर 192 रन किया। कप्तान मिताली राज ने स्टेला पर छक्का जड़ा लेकिन रन गति बढ़ाने के दबाव में सदरलैंड की गेंद पर बोल्ड हो गई। उन्होंने 16 रन बनाए। स्नेह और दीप्ति ने हालांकि इसके बाद मोर्चा संभाला और भारत जीत दर्ज करने में सफल रहा।
भारत ने 47वें ओवर में दीप्ति का विकेट गंवाया लेकिन स्नेह ने इसी ओवर में ताहलिया मैकग्रा पर लगातार तीन चौके जड़कर भारत को जीत की दहलीज पर पहुंचा दिया। निकोला कैरी ने हालांकि 49वें ओवर में स्नेह को आउट किया लेकिन अनुभवी झूलन गोस्वामी (नाबाद 08) ने अंतिम ओवर की तीसरी गेंद पर सोफी मोलिन्यु पर चौका जड़कर भारत को जीत दिला दी। आस्ट्रेलिया की ओर से सदरलैंड ने 30 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर आस्ट्रेलिया को वापसी करने का मौका दिया। आस्ट्रेलिया की टीम एक समय 25वें ओवर में चार विकेट पर 87 रन बनाकर संकट में थी लेकिन गार्डनर और मूनी की पारियों की बदौलत वापसी करने में सफल रही। ताहलिया मैकग्रा ने भी 32 गेंद में 47 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। भारत के लिए झूलन ने 37 रन देकर तीन जबकि पूजा वस्त्रकार ने 46 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। टीम में वापसी कर रही राशेल हेन्स (13) और एलिसा हीली (35) ने पहले विकेट के लिए 8.1 ओवर में 41 रन जोड़कर टीम को सतर्क शुरुआत दिलाई। दूसरे वनडे में दिल तोड़ने वाली हार के बाद झूलन ने हेन्स को मिड आफ पर कैच कराके भारत को पहली सफलता दिलाई। चार गेंद बाद झूलन ने कप्तान मेग लेनिंग (00) को भी विकेटकीपर रिचा घोष के हाथों कैच करा दिया। एलिसा इसके बाद रन आउट हुई जबकि पूजा ने एलिस पैरी (26) को आउट करके आस्ट्रेलिया को चौथा झटका दिया।