चेन्नई में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया की स्थिति मजबूत हो गई है। भारत ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड पर दूसरी पारी में 249 रन की बढ़त ले ली है। चेपक में जिस प्रकार गेंद टर्न हो रही है, उससे इस टेस्ट का रिजल्ट आना तय है। चेन्नई के चेपक स्टेडियम में 14 में से सिर्फ 3 बार 100 से ज्यादा रन का टारगेट चेज हुआ है।चेपक में 8 बार चौथी पारी में बैटिंग करने वाली टीम को हार मिली। जबकि, 2 टेस्ट ड्रॉ और 1 टाई रहा। वहीं, भारत में 46 में से सिर्फ 9 बार टीमें 200 से ऊपर का टारगेट चेज कर सकी हैं। 21 बार टारगेट चेज करने वाली टीम को हार का सामना करना पड़ा। 15 टेस्ट ड्रॉ और 1 टेस्ट टाई रहा।
दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन भारत इंग्लैंड के सामने 400 से ज्यादा का टारगेट रखना चाहेगा। भारतीय जमीन पर सिर्फ एक बार ही 300 से ज्यादा का टारगेट चेज हो पाया है। भारत में चौथी पारी में सबसे बड़े टारगेट को चेज करने का रिकॉर्ड 387 रन का है। टीम इंडिया ने ही 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में 4 विकेट पर 387 रन बनाकर मैच जीता था।कोई भी विदेशी टीम भारत में 300 से ज्यादा का टारगेट चेज नहीं कर सकी है।वेस्टइंडीज भारत में हाईएस्ट टारगेट चेज करने वाली विदेशी टीम है। उन्होंने 1987 में भारत के खिलाफ दिल्ली में 276 रन का टारगेट चेज किया था। यह भारत में दूसरा सबसे बड़ा टारगेट चेज भी है।
इंग्लैंड ने भारत में चौथी इनिंग्स में सबसे बड़ा स्कोर 241 रन बनाया है। यह स्कोर उन्होंने 1964 में चेन्नई में ही बनाया था। हालांकि, यह मैच ड्रॉ रहा था। वहीं, इंग्लैंड का भारत में सबसे बड़ा टारगेट चेज करने का रिकॉर्ड 208 रन का है। यह रिकॉर्ड उन्होंने भारत के खिलाफ 1972 में दिल्ली में बनाया था और मैच जीता था। इसके अलावा इंग्लैंड की टीम कभी भी भारतीय जमीन पर 200 से ऊपर का टारगेट चेज नहीं कर सकी है।