भारतीय टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि क्रिकेट से ध्यान हटा कर निजी जिंदगी के लिए समय महत्व के बारे में बताने के लिए वह पूर्व दिग्गज राहुल द्रविड़ के हमेशा आभारी रहेंगे। पुजारा ने कहा कि उनके जीवन पर द्रविड़ के प्रभाव को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।
द्रविड़ को भारतीय बल्लेबाजी की ‘दीवार’माना जाता और अकसर पुजारा की तुलना द्रविड़ से की जाती है। पुजारा ने कहा कि वह व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को अलग रखने के तरीके को सिखाने के लिए द्रविड़ के शुक्रगुजार है। पुजारा ने एक स्पोर्ट्स पोर्टल से बात करते हुए कहा, ‘‘ उन्होंने मुझे क्रिकेट से दूर रहने के महत्व को समझने में मदद की। मेरे पास एक ही विचार था, लेकिन जब मैंने उससे बात की तो उन्होंने मुझे इसके बारे में बहुत स्पष्टता के साथ बताया। मुझे ऐसी सलाह की जरूरत थी।’’
द्रविड़ ने 164 टेस्ट में 13288 रन और 344 वनडे में 10889 रन बनाए। उन्होंने 79 एकदिवसीय मैचों में भारत की कप्तानी भी की, जिनमें से 42 में टीम को सफलता मिली। उनके नाम रनों का पीछा करते हुए लगातार 14 जीत दर्ज करने का विश्व रिकॉर्ड भी है। पुजारा ने कहा, ‘‘मैंने काउंटी क्रिकेट में भी देखा कि कैसे वे व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को अलग रखते हैं। मैं उस सलाह को बहुत महत्व देता हूं। बहुत से लोग मानते हैं मैं अपने खेल पर जरूरत से ज्यादा ध्यान देता हूं । हां, मैं ऐसा हूं, लेकिन मुझे यह भी पता है कि कब पेशेवर जीवन से दूरी बनानी है। क्रिकेट से परे भी जीवन है।’’
पुजारा ने कहा, ‘‘मेरी पसंद-नापसंद बदलते रहती है लेकिन द्रविड़ मेरे लिए काफी मायने रखते हैं। मेरे लिए वह हमेशा प्रेरणा के स्रोत रहे है और रहेंगे।’’ पुजारा ने कहा कि द्रविड़ से लगाव के बाद भी उन्होंने कभी उनकी नकल करने की कोशिश नहीं की।