भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जा रहा है। 359 रन के लक्ष्य के आगे भारत के बल्लेबाज एक बार फिर कीवी स्पिनर के आगे ध्वस्त हो गए। चाय तक भारत के 7 विकेट सिर्फ 178 रन पर गिर गए हैं। इस समय क्रीज़ पर रवीन्द्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन मौजूद हैं।
भारत की तरफ दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज्यादा 77 रन बनाए। जबकि शुभमन गिल 23 रन बनाकर आउट हुए। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा 8 रन बना कर मिचल सेंटनर की गेंद पर लंच से पहले ही आउट हो गए थे। भारत को जीत के लिए अभी 181 रन की जरूरत है जबकि न्यूजीलैंड ऐतिहासिक सीरीज जीत से महज 3 विकेट दूर है। भारत के लिए यशस्वी जायसवाल को छोड़कर कोई भी अन्य बल्लेबाज टिक नहीं पाया। सरफ़राज़ खान, विराट कोहली, ऋषभ पंत, वाशिंगटन सुंदर बिना किसी बड़े योगदान के पवेलियन लौट गए।
इससे पहले न्यूजीलैंड की पहली पारी 259 रन पर सिमट गई। पहले टेस्ट के लिए स्क्वॉड में नहीं चुने गए वॉशिंगटन सुंदर को दूसरे स्क्वॉड के लिए अचानक टीम में बुलाया गया और उन्हें प्लेइंग-11 में भी शामिल किया गया। सुंदर ने इस फैसले को एक दम सही साबित किया। कुलदीप यादव की जगह सुंदर को टीम में शामिल किया गया और टीम मैनेजमेंट के इस फैसले को सुंदर ने सही साबित करते हुए सात विकेट भी झटके। उन्होंने 23.1 ओवर में 59 रन देकर सात विकेट झटके। इनमें पांच खिलाड़ियों को उन्होंने क्लीन बोल्ड कर सभी को अचंभित कर दिया। एक एल्बीडब्ल्यू और एक कैच आउट रहा। बाकी के तीन विकेट रविचंद्रन अश्विन ने लिए। सुंदर ने रचिन रवींद्र, डेरिल मिचेल, टॉम ब्लंडेल, ग्लेन फिलिप्स, टिम साउदी, एजाज पटेल और मिचेल सैंटनर को आउट किया है। वहीं, अश्विन ने कप्तान टॉम लाथम, विल यंग और डेवोन कॉनवे को पवेलियन भेजा।
न्यूजीलैंड के लिए डेवोन कॉनवे ने सबसे ज्यादा 76 रन बनाए। वहीं, रचिन रवींद्र ने 65 रन की पारी खेली। इन दोनों के अलावा कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों का अधिक देर तक सामना नहीं पाया। लाथम 15 रन, विल यंग 18 रन, डेरिल मिचेल 18 रन, टॉम ब्लंडल तीन रन, ग्लेन फिलिप्स नौ रन, टिम साउदी पांच रन और एजाज पटेल चार रन बनाकर आउट हुए। यह सुंदर का बेस्ट स्पेल है। यह उनका टेस्ट में पहला फाइफर है। यह छठी बार है जब भारत में किसी टेस्ट के पहले दिन स्पिनर्स ने पहली पारी में विपक्षी टीम के सभी 10 बल्लेबाजों को आउट किया हो। इस साल ऐसा दूसरी बार हुआ है। इससे पहले धर्मशाला में भारतीय स्पिनर्स ने इंग्लैंड की पहली पारी में सभी 10 विकेट लिए थे।