मेहमान टीम न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम और उनके फैंस को बेंगलुरु टेस्ट में हैरान कर दिया। टॉम लेथम की कप्तानी वाली न्यूजीलैंड ने रोहित सेना को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में 8 विकेट से हरा दिया। भारत टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में सिर्फ 46 रन पर सिमट गया। इसके जवाब में कीवी टीम ने 402 रन बनाए। हालांकि तीसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने अच्छा कमबैक किया और 462 रन बना दिए। लेकिन पहली पारी में हुई शर्मनाक बैटिंग की वजह से भारत न्यूजीलैंड को इतना बड़ा टारगेट नहीं दे पाया। न्यूजीलैंड ने 107 रन के टारगेट को 8 विकेट रहते हासिल कर लिया। ऐसे में अब हम आपको बताएंगे उन 5 खिलाड़ियों के बारे में जिनके खराब प्रदर्शन से भारत ने मैच गंवा दिया।
केएल राहुल
भारतीय टीम के अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल का बल्ला इस मैच में पूरी तरह से खामोश रहा। पहली पारी में वह डक पर आउट हुए जबकि दूसरी पारी में राहुल ने महज 12 रन बनाए।
रविचंद्रन अश्विन
दिग्गज ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन इस टेस्ट में बल्ले और गेंद दोनों से फ्लॉप रहे। पहली पारी में वह डक पर आउट हुए थे जबकि दूसरी में उन्होंने 15 रन बनाए। वहीं पूरे टेस्ट में अश्विन ने सिर्फ 1 विकेट लिया और वह महंगे भी साबित हुए। पहली पारी में अश्विन ने 16 ओवर में 5.88 की इकॉनमी से 94 रन लुटाए जबकि दूसरी इनिंग में उन्हें गेंदबाजी का ज्यादा मौका नहीं मिला।
रविंद्र जडेजा
स्टार और अनुभवी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा बल्लेबाजी में फ्लॉप रहे। जब उनकी सख्त जरूरत थी। तो उनका बल्ला खामोश रहा। पहली पारी में जडेजा डक पर आउट हुए थे। वहीं दूसरी पारी में सिर्फ 5 रन बना पाए थे। गेंदबाजी में भी उन्होंने ज्यादा खास नहीं किया। दोनों पारी मिलाकक रविंद्र जडेजा सिर्फ 3 विकेट ले पाए।
मोहम्मद सिराज
टीम इंडिया के तेज तर्रार गेंदबाज मोहम्मद सिराज का भी प्रदर्शन काफी ज्यादा साधारण रहा। वह इस मैच में महंगे साबित हुए और उन्होंने विकेट भी नहीं चटकाए। पहली पारी में उन्होंने 18 ओवर में 84 रन दिए और 2 विकेट लिए। दूसरी पारी में उन्होने 7 ओवर में 16 रन दिए और कोई भी विकेट नहीं लिया।
यशस्वी जायसवाल
भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल भी इस मैच की दोनों पारियों में फ्लॉप रहे। पहली इनिंग्स में उन्होंने 13 रन बनाए। दूसरी पारी में जायसवाल अच्छे टच में दिख रहे थे। लेकिन 35 रन पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में अपनी विकेट गंवा बैठे। दूसरी पारी में भारत को उनसे बड़ी पारी की काफी जरूरत थी।