नई दिल्ली : भारतीय टेनिस टीम प्रतिष्ठित डेविस कप में खेलने के लिए 55 साल बाद पहली पहली बार पाकिस्तान जाएगी। ऑल इंडिया टेनिस असोसिएशन (एआईटीए) के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने कहा कि रविवार को इसकी पुष्टि कर दी। उन्होंने कहा कि यह कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं है, वैश्विक टूर्नमेंट है। एआईटीए के महासचिव ने कहा कि हम पाकिस्तान जाएंगे। यह कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं है।
यह टेनिस का वर्ल्ड कप है और इसलिए हमें जाना होगा। इस बारे में केंद्र सरकार से कोई बात नहीं हुई है, क्योंकि यह एक वैश्विक टूर्नमेंट है और हमें ओलिंपिक चार्टर को मानना होगा। उन्होंने कहा कि छह खिलाड़ियों की टीम, सपॉर्ट स्टाफ और कोच पाकिस्तान जाएंगे। मैं खुद टीम के साथ जाऊंगा। हम हरेक के लिए वीजा आवेदन कर रहे हैं। पाकिस्तान हॉकी टीम वर्ल्ड कप के लिए भारत आई थी और अब हम जाएंगे।
डेविस कप का ड्रॉ इसी साल फरवरी में निकाला गया था, लेकिन 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद भारतीय टेनिस टीम के पाकिस्तान जाने पर अनिश्चितता के बाद घिर गए थे। भारतीय क्रिकेट टीम ने 2007 में पाकिस्तान का दौरा किया था।
1964 के बाद पहली बार पाक में भारत
बता दें कि भारतीय टेनिस टीम 1964 के बाद पहली बार पाकिस्तान में डेविस कप के मुकाबले खेलेगी। एशिया-ओसनिया ग्रुप-आई के मुकाबले 14 और 15 सितंबर को इस्लामाबाद में ग्रास कोर्ट पर खेले जाएंगे। भारतीय टीम ने 55 साल पहले पाकिस्तान को लाहौर में 4-0 से हराया था। इसके बाद दोनों टीमों के बीच 2006 में मुकाबला हुआ। तब मुंबई में भारतीय टीम 5-2 से जीती थी। भारत का डेविस कप में पाक के खिलाफ रिकॉर्ड 6-0 है।
भारत की मेजबानी को तैयार पाकिस्तान
इससे पहले पाकिस्तान टेनिस फेडरेशन (पीटीएफ) ने कहा था कि वह डेविस कप में भारत की मेजबानी करने के लिए तैयार है। पीटीएफ के अध्यक्ष खालिद रहमानी ने कहा, ‘मुकाबले के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इंटरनैशनल टेनिस फेडरेशन (आईटीएफ) की एक टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया था। उस टीम ने पाकिस्तान के प्रशासनिक और सुरक्षा उपायों पर संतुष्टि जताई।