भारत के सफलतम कप्तान और खिलाड़ियों में से एक महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर से भारतीय टीम का हिस्सा बन सकते हैं. कहा जा रहा है कि बीसीसीआई पिछले विश्व कप के बाद एक बार फिर से माही वे के तरफ बढ़ सकती हैं. दरअसल बात यह हुई है कि बीसीसीआई अब अलग फॉर्मूला की तरफ जा रही हैं. सिलेक्शन कमिटी अब चाहती है कि भारत के अब दो टीम हों, एक टेस्ट टीम और दूसरा लिमिटेड ओवर्स वाले, जिसमें वनडे और टी20 फॉर्मेट दोनों शामिल हैं. वहीं इस टीम के साथ-साथ कोच भी अलग-अलग हों, ताकि उन पर भी ज्यादा दबाव ना पड़े. जैसे अभी भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ हैं. तो बीसीसीआई चाह रही है कि राहुल द्रविड़ को वर्क लोड को कम कर दिया जाए और उन्हें सिर्फ टेस्ट और वनडे टीम के कोच की जिम्मा संभालने को दिया जाए और क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट के लिए महेंद्र सिंह धोनी की नियुक्ति की जाए.
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंग्लैंड की टीम भी कुछ इसी तरह के फॉर्मूले पर कई दिनों से चल रही है, जिसका परिणाम भी इस टीम को भरपूर मिल रहा है. हाल ही में पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे इस टीम ने मैथ्यू मॉट के कोचिंग में टी 20 विश्व कप का आठवां एडिशन अपने नाम कर लिया, वहीं इसके पहले भी हमने देखा था कि मैकुलम की कोचिंग में कैसे इंग्लैंड टेस्ट सीरीज जीत रही थी. न्यूजीलैंड मूल का पूर्व क्रिकेटर ब्रेंडन मैकुलम वर्तमान में इंग्लैंड टेस्ट टीम के कोच हैं. उनके टीम से जुड़ने से इंग्लैंड ने अपने खेलने के अप्रोच को बदला, जिसे बैज बॉल के नाम भी जाना-जाने लगा. मैकुलम की कोचिंग और बेन स्टोक्स की टेस्ट कैप्टंसी में इंग्लैंड ने हाल ही में कई सीरीज अपने नाम किया है.
वहीं अब भारत भी यही अप्रोच के साथ आगे बढ़ने की मंशा बना रहा हैं, जिसके चलते भारत के पूर्व कप्तान माही को बीसीसीआई टीम के साथ जोड़ना चाहती हैं.
वहीं जैसा कि आप सब जानते है कि महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को सारे आईसीसी ट्रॉफी दिलाई हैं. उन्होंने पहले 2007 में हुए पहला टी20 विश्व कप को भारत के नाम किया, इसके बाद 2011 में 28 साल बाद वनडे विश्व कप जीत में मदद की और फिर 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी दिलाया. वहीं उनके कप्तानी में आईपीएल की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स ने चार बार ट्रॉफी जीती हैं. तो भारतीय टीम में उनके इस योगदान के बाद बीसीसीआई चाह रही है कि उनके टैलेंट का इस्तेमाल भारतीय टीम और भी ज्यादा करे.
हालांकि बीसीसीआई की अभी तक धोनी से बातचीत नहीं हुई है. उनसे बात होने के बाद ही पता चलेगा कि भारतीय टीम का फ्यूचर क्या होगा. इसके अलावा धोनी को किस तरह का जिम्मा दिया जाएगा,ये भी देखने वाली बात होगी. उन्हें या तो कोच के पद पर रखा जाएगा,या फिर वो टी20 के डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट भी बन सकते हैं.
इसके अलावा आपको बता दें कि धोनी 2014 के 30 दिसंबर को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था और फिर 2020 के 15 अगस्त को धोनी ने लिमिटेड ओवर क्रिकेट से भी संन्यास लेने की घोषणा कर दी थी. हालांकि उन्होंने अपना अंतिम वनडे मुकाबला 2019 के विश्व कप सेमीफाइनल में खेला था, जब भारत के सामने न्यूजीलैंड था और वो मुकाबला हारकर टुर्नामेंट से बाहर हो गई थी.