विशाखापत्तनम : डीन एल्गर और क्विंटन डिकाक ने भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना करके दक्षिण अफ्रीका को पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन शुक्रवार को यहां अच्छी वापसी दिलायी। एल्गर ने 160 रन की लाजवाब पारी खेली और वह 2010 के बाद भारतीय सरजमीं पर शतक जड़ने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज बने, जबकि डिकाक (111) ने अपने सदाबहार अंदाज में बल्लेबाजी करके सैकड़ा जड़ा।
इन दोनों की शतकीय पारियों से दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक आठ विकेट पर 385 रन बनाये हैं। दक्षिण अफ्रीका अभी भारत से 117 रन पीछे है जिसने अपनी पहली पारी सात विकेट पर 502 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी। भारतीय पारी का आकर्षण मयंक अग्रवाल (215) और रोहित शर्मा (176) की सलामी जोड़ी के बड़े शतक रहे। भारत को पहले दो सत्र में केवल दो सफलताएं मिली लेकिन तीसरे सत्र में वह एल्गर और डिकाक दोनों को आउट करने में सफल रहा।
रविचंद्रन अश्विन भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने अब तक 128 रन देकर पांच विकेट लिये हैं। दक्षिण अफ्रीका ने दिन की शुरुआत तीन विकेट पर 39 रन से की और तब मैच एकतरफा लग रहा था लेकिन इसके बाद एल्गर ने पारी को अच्छी तरह से संवारा और उन्हें दूसरे छोर से पर्याप्त सहयोग मिला। एल्गर और कप्तान फाफ डुप्लेसिस (55) ने पांचवें विकेट के लिये 115 रन की साझेदारी की।
इसके बाद डिकाक ने बखूबी उनका साथ दिया। इन दोनों ने छठे विकेट के लिये अब तक 164 रन जोड़े। अश्विन ने दूसरे सत्र में डुप्लेसिस का विकेट लेने के बाद तेजी से टर्न लेती गेंद पर डिकाक को बोल्ड किया। इससे पहले रविंद्र जडेजा (116 रन देकर दो) ने एल्गर का विकेट लेकर टेस्ट मैचों में अपना 200वां विकेट लिया। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दसवें भारतीय गेंदबाज हैं। पिच बल्लेबाजी के अनुकूल थी लेकिन फिर दक्षिण अफ्रीका ने शानदार वापसी की, क्योंकि दूसरे दिन उसने अपने शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाज जल्दी गंवा दिये थे।
तीसरे दिन के पहले दोनों सत्र दक्षिण अफ्रीका के नाम रहे लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने तीसरे सत्र में अच्छी वापसी की। एल्गर तीसरे सत्र में आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे जिनका चेतेश्वर पुजारा स्क्वायर लेग पर खूबसूरत कैच लिया। डिकाक ने भी एल्गर की तरह अश्विन पर छक्का जड़कर अपना शतक पूरा किया लेकिन वह इसके बाद लंबी पारी नहीं खेल पाये। अश्विन ने वर्नोन फिलैंडर को बोल्ड करके अपना पांचवां विकेट लिया।