भारतीय टीम ने अंग्रेजों के खिलाफ पांच मुकाबलों की टेस्ट सीरीज के चौथे टेस्ट में 157 रनों से पराजित करने के साथ टेस्ट सीरीज में 2-1 से अजय बढ़त बना ली है। ओवल टेस्ट में टीम इंडिया के धुरंधरों ने बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने इंग्लैंड के खिलाफ मिली जीत के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली की खूब सराहना करते हुए कहा है कि कोहली ने मैच के अंतिम दिन जिस चीज को छुआ वो सोना बन गया।
हुसैन ने डेली मेल के लिए लिखे कॉलम में कहा, मैंने पांचवें दिन का खेल शुरू होने से पहले कहा था कि यह कोहली की कप्तानी का सबसे बड़ा टेस्ट होगा और उन्होंने इसे पास किया। ओवल की पिच तेज गेंदबाजों के लिए थोड़ी कम मददगार होती है। लेकिन कोहली ने किसी तरह आखिरी दिन इंग्लैंड के 10 विकेट गिराए।
NASSER HUSSAIN: King Kohli had his Midas Test… everything India captain Virat touched turned to gold on the decisive final day against England at The Oval and his side are now just a gam…
via https://t.co/jTw0hUd9Mw https://t.co/fvhwBiwnkD— Nasser Hussain (@nassercricket) September 6, 2021
हुसैन ने कहा, हर गेंदबाजी परिवर्तन ने काम किया। जब कोहली ने टी के बाद दूसरी नई गेंद ली तो इसने विकेट पर सीधा प्रहार किया और उमेश यादव ने क्रैग ओवरटोन का विकेट लिया। यह कोहली का मिडास टेस्ट था और वह जिस चीज को छू रहे थे वो सोने में बदल रही थी। भारत अब प्रसिद्ध सीरीज जीतने से एक मैच दूर रह गया है।
उन्होंने कहा कि भारत ने शायद ही चौथे टेस्ट में शीर्ष रैंकिंग के स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को मिस किया होगा। टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष क्रम के स्पिनर अश्विन का चयन न होना भी अप्रासंगिक हो गया। लोगों ने कहा कि भारत उन्हें याद करेगा। कोहली ने कहा कि नहीं, हम नहीं करेंगे। मैं काम करने के लिए अपने तेज गेंदबाजों का समर्थन कर रहा हूं और वह सही थे। जेम्स एंडरसन ने मुझसे कहा था कि चौथे दिन तेज गेंदबाजों के लिए पिच में कुछ भी नहीं था।
बताते चले, भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली इंग्लैंड में भारत को तीन टेस्ट जीत दिलाने वाले पहले कप्तान बन गए हैं। यही नहीं भारत ने साल 1986 के बाद से पहली बार इंग्लैंड में कई टेस्ट मैचों में जीत हासिल की है।
वैसे कुल मिलाकरभारतीय टीम के लिए यह जीत काफी शानदार है, क्योंकि भारत की पहली पारी 191 रन पर ढेर हो गई और उसने इंग्लैंड को सिर्फ 99 रनों की बढ़त ही लेने दी थी। भारतीय बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में बेहतरीन बल्लेबाजी की और 466 रन बनाकर इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 368 रनों का लक्ष्य रखा। जिसका पीछा करते हुए इंग्लैंड टीम 210 रनों पर सिमट गई।