टीम इंडिया ने मोहाली में श्रीलंका को 2 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में एक पारी और 222 रन से हरा कर शानदार जीत हासिल की। और भारत की इस जीत के हीरो रहे रविंद्र जडेजा। जडेजा ने इस मैच में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए शानदार 175 रनो की नाबाद पारी खेली और फिर गेंदबाज़ी में भी कमाल दिखते हुए श्रीलंका की दोनों परियों में मिला कर 9 विकेट झटके।
लेकिन जडेजा इससे बेहतर भी कर सकते थे दोनों ही बार इनके पास मौके थे। मगर उन्होंने टीम के हित में फैसला लेते हुए पहले तो बल्लेबाज़ी करते हुए पारी घोषित कराने का फैसला लिया। और फिर गेंदबाज़ी में भी जब उनके पास 10 विकेट लेने का मौका था। तब भी निस्वार्थी होकर अपने साथी खिलाडी को बॉल थमा दी। इसके बारे में खुद अश्विन ने मैच खत्म होने के बाद बताया।
अश्विन ने कहा "मैच के बीच में हम दोनों ने महसूस किया कि जयंत ने ज्यादा गेंदबाजी नहीं की है। जो हमारा तीसरा स्पिनर है, हमारे लिए उसकी देखभाल करना जरुरी था। इसलिए जड्डू ने फैसला किया कि वह अपने ओवर छोड़कर जयंत को अपने एंड से बॉलिंग करने का मौका देगा जहां से गेंद घूम रही थी और फिर मैंने भी अपना एंड छोड़ दिया। लेकिन जड्डू का पहले गेंद को छोड़ने का फैसला लेकर अपने बड़े दिल का सबूत दिया।"