नई दिल्ली : अर्जेंटीना के महानतम पोलो खिलाड़ियों मे शामिल और भारत दौरे पर आई ऑल स्टार टीम के कप्तान एडुआर्डो नोविलो मानते हैं कि फुटबॉल उनके देश का पहला खेल है, जोकि एक धर्म का रूप ले चुका है। भले ही पोलो कम लोकप्रिय खेल है किंतु इस खेल में उनका देश विश्व स्तरीय पहचान रखता है। वह अर्जेंटीना पोलो महासंघ के अध्यक्ष भी हैं।
भारत दौरे पर आई उनकी टीम मेजबान भारत के साथ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेलेगी, जिसका पहला मैच जोधपुर में 29 दिसंबर को खेला जाएगा। पांच और बारह जनवरी को क्रमश: जयपुर में दो टेस्ट मैच खेले जाएंगे। 11 जनवरी को गुडगांव में एंबेसडर कप का मुकाबला आयोजित किया जाएगा। भारतीय टीम की कप्तानी कर्नल रवि राठौर करेंगे।
अन्य खिलाड़ी सिमरन शेरगिल, ध्रुवपाल गोदारा, समीर सुहाग, अभिमन्यु पाठक, सिद्धांत शर्मा और मितेश मेहता (निदेशक) हैं। भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी समीर सुहाग ने अर्जेंटीना की टीम को युवा और अनुभवी खिलाड़ियों से युक्त बताया और कहा कि मेजबान खिलाड़ी भी उन्हें कड़ी टक्कर देने की योग्यता रखते हैं।
कप्तान और सर्वकालीन खिलाड़ियों में शामिल एडवार्डो पहले भी भारतीय खिलाड़ियों के विरुद्ध खेल चुके हैं और मानते हैं कि सीरीज़ संघर्षपूर्ण रहेगी। एक सवाल के जवाब में एडवार्डो ने कहा कि फुटबॉल उनके देश में जुनून माना जाता है। मैं भी माराडोना औरमेस्सी का दीवाना हूं। उनके स्तर तक पहुंचने के लिए पोलो को अभी लंबा सफ़र तय करना है।
लेकिन पोलो मेरा अपना खेल है और देश में ख़ासा लोकप्रिय हो रहा है। अर्जेंटीना में पोलो के पांच हज़ार रजिस्टर्ड खिलाड़ी हैं और यूरोपीय देशों में उनका बड़ा नाम है। अर्जेंटीना टीम के कई खिलाड़ी स्कूल-कालेज में पढ़ते हैं और दुनियाभर में जाने जाते हैं।
(राजेंद्र सजवान)