पूर्व हरफनमौला भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने कहा कि भारतीय टीम के पास विश्व चैम्पियन बनने की क्षमता थी लेकिन मध्यक्रम की अनिश्चितता के कारण टीम को पिछले साल विश्व कप से बाहर होना पड़ा। भारतीय टीम ने महेन्द्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2013 में चैम्पियंस ट्राफी के रूप में आईआईसी खिताब जीता था। इसके बाद टीम ने आईसीसी का कोई खिताब नहीं जीता और पिछले साल विश्व कप के सेमीफाइनल से बाहर हो गयी थी।
पठान ने एक स्पोर्ट्स टीवी चैनल से बातचीत में कहा,‘‘ हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हमारे पास आईसीसी ट्रॉफी, खासकर विश्व कप के लिए बेहतर योजना हो। अगर हमारी योजना सही रहती है तो हमारे पास चैंपियन बनने के लिए सभी संसाधन हैं।’’ पठान ने कहा कि भारत ने पिछले साल एकदिवसीय विश्व कप से पहले अंतिम एकादश बनाने के लिए काफी संघर्ष किया था। टीम विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हार कर बाहर हो गयी थी।
टी-20 विश्व कप के पहले आयोजन (2007) की चैम्पियन रहीं भारतीय टीम का हिस्सा रहे पठान ने कहा, ‘‘भारतीय टीम में एक मात्र कमी यह थी कि हमारे पास विश्व कप से ठीक पहले नंबर चार का बल्लेबाज नहीं था। हम अंतिम ग्यारह में सही संयोजन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। भारत के लिए 120 एकदिवसीय और 29 टेस्ट खेलने वाले बायें हाथ के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘ अगर आप 2019 टूर्नामेंट को देखते हैं, तो हमारी योजना ठीक नहीं थी। हमारे पास संसाधन हैं, हमारे पास खिलाड़ी हैं, हमारे पास फिटनेस है, हमारे पास विश्व चैंपियन बनने के लिए सब कुछ है।’’