नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एथिक्स अधिकारी डी. के. जैन ने बोर्ड से साफ कह दिया है कि सौरभ गांगुली का हितों का टकराव का मुद्दा ‘टैक्टेबल’ (आसानी से प्रभावित होने वाला) है और वह अपनी पदों को चयन करने पर ध्यान दें तथा ख्याल रखें कि वह एक पद से ज्यादा पर न रहें। जैन ने हितों के टकराव के मुद्दे में हालांकि गांगुली को संदेह होने का फायदा दिया है, लेकिन साथ ही कहा है कि उन्हें एक पद से ज्यादा पर सवार नहीं रहना चाहिए। इसे लेकर जैन ने बीसीसीआई को एक पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा कि हालिया मामले में, गांगुली को जो नोटिस दिया गया था जिसमें लिखा था कि अगर एथिक्स अधिकारी को लगा कि सीएसी में उनका रहना हितों के टकराव का मुद्दा है जो नियम 38 में है, ऐसे में इन शिकायतों को लेकर उनका जवाब तुरंत प्रभाव से उनके इस्तीफे के तौर पर मान लिया जाएगा, दूसरा यह कि उनका आईपीएल फ्रेंचाइजी से करार तुरंत प्रभाव से खत्म होगा।