ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 वनडे मैचों की सीरीज को भारत ने 2-3 से हार लिया है। भारतीय टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज अंबाती रायडू के बारे में कहा जा रहा था कि उनके वर्ल्ड कप टीम में जगह पक्की है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे वनडे में कप्तान कोहली ने रायडू को प्लेइंग इलेवन में नहीं खिलाया था।
उसके बाद तो पांचवें और आखिरी वनडे में अंबाती रायडू की जगह विजय शंकर पर कप्तान कोहली ने भरोसा दिखाया था और शंकर को टीम में नियमित बल्लेबाज के तौर पर खिलाया था।
प्लेइंग इलेवन में पक्षपात का आरोप लगाया गंभीर ने
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर पर मौजूदा टीम के कप्तान विराट कोहली पर पक्षपात का आरोप लगाया है। गंभीर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि वैसे तो आप शिखर धवन को 19 मौके देते हैं लेकिन वहीं अंबाती रायडू के लिए आपके पास सिर्फ 3 ही मौके हैं जिसके बाद आपने उन्हें टीम से बाहर निकाल दिया।
महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है गौतम गंभीर ने
दिल्ली वनडे हारने के बाद पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर ने एक शो के दौरान अपना गुस्सा कप्तान विराट कोहली पर जाहिर किया है और कहा, अंबाती रायडू ने अभी तक कुछ भी गलत नहीं किया है, मैं काफी हैरान हूं, कि आखिरी 2 वनडे मैचों में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बनाया गया है। इससे पहले अंबाती रायडू ने न्यूजीलैंड के खिलाफ रन बनाए थे और वहां पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ भी सीरीज में उन्होंने रन बनाए थे, हालांकि यहां केवल 2-3 मैच खराब हुए तो उन्हें टीम से बाहर बैठा दिया गया। मेरा मानना है कि कप्तान का यह फैसला पूरी तरह से गलत था।
इसके अलावा गौतम गंभीर ने आगे कहा, आप एक तरफ शिखर धवन को लगातार फ्लॉप होने के बावजूद 19 पारियों में मौका देते हैं तो वहीं दूसरी तरफ अंबाती रायडू को महज 3 मौके देने के बाद ही बाहर कर देते हैं जो बिल्कुल सही नहीं है।
निष्पक्ष होना जरूरी है कप्तान का
गौतम गंभीर ने कहा, जब आप राष्ट्रीय टीम के कप्तान हैं तो आपको प्रत्येक खिलाड़ी के लिए हर तरह से निष्पक्ष होना पड़ेगा। अगर आपको लगता है कि धवन को वर्ल्ड कप से पहले मौके की आवश्यकता है, क्योंकि वह आपके लिए एक अहम खिलाड़ी हैं। तो रायडू के लिए यही मापदंड होना चाहिए। उन्हें इस सीरीज पर लगातार नंबर-4 पर खिलाना चाहिए था।