भारतीय क्रिकेट टीम के बेहतरीन बल्लेबाज विराट कोहली की कप्तानी पर एक बार फिर से भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने सवाल उठाए हैं। गौतम गंभीर ने कहा है कि टीम में रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी की मौजूदगी की वजह से विराट कोहली की कप्तानी इतनी सफल नजर आती है।
इस पर बात करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि आपकी कप्तानी की असली परीक्षा तब होती है जब आप कसी फ्रेंचाइजी की कप्तानी करते हैं। उस समय कोई दूसरा अनुभवी खिलाड़ी आपके सहयोग में नहीं होता है। यह बात एक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में गौतम गंभीर ने कही है।
पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा कि विराट कोहली ने विश्व कप 2019 में कप्तानी अच्छी की है लेकिन अभी उन्हें कप्तान के तौर पर एक लंबा सफर तय करना है। इटरनेशनल मैचों में विराट कोहली ने अच्छी कप्तानी की है और वह इसलिए भी ऐसा कर पाए क्योंकि उनके पास रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी टीम में हैं। जब आप एक फ्रेंचाइजी की अगुआई करते हैं तभी आपकी कप्तानी की असली परख होती है। क्योंकि उस समय आपको सहयोग करने के लिए कोई दूसरा अनुभवी खिलाड़ी नहीं होता है।
आपके सामने हैं आरसीबी के नतीजे
पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर ने आगे कहा कि ये बात हमेशा मैंने ईमानदारी से कही है। आप भी देखिए रोहित शर्मा ने मुंबई इंडियंस और महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए क्या हासिल किया है। आप अगर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से इसकी तुलना करते हैं तो आपके सामने सारे नतीजे हैं।
दूसरी तरफ रोहित शर्मा से टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग कराने की पैरवी करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि काफी मौके केएल राहुल को दिए गए हैं। अब समय आ गया है कि अंतिम एकादश में रोहित शर्मा को शामिल किया जाए और उनसे ही ओपनिंग कराई जाए।
विश्व कप 2007 की टीम में न चुने जाने की वजह से निराश थे
भारतीय टीम ने साल 2007 में विश्व कप में बहुत निराशाजनक प्रदर्शन किया था। उस पर बात करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि वेस्टइंडीज में खेला गया विश्व कप में भारत ने बहुत निराशा किया था। ग्रुप चरण से ही भारतीय टीम बाहर हो गई थी। हालांकि उसी साल भारतीय टीम ने विश्व कप टी20 महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में जीता था। गौतम गंभीर ने उस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाए थे।
विश्व कप 2007 की बात करते हुए गौतम गंभीर ने कहा कि टीम शामिल ना होने पर मैं निराश हो गया था। मुझे लगा था कि मुझे टीम में होना चाहिए था। इसके बाद मुझे टी20 विश्व कप की टीम में चुना गया और पहले ही मैच मे पाकिस्तान के खिलाफ मैैं बिना खाता खोले आउट हो गया। इसके बाद टूर्नामेंट का अंत मैंने सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज के तौर पर किया।