कॉमनवेल्थ गेम्स में रविवार को क्रिकेट फाइनल में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से रोमांचक मुकाबले के आखिरी ओवर में 9 रन से हार गयी। इस हार के साथ ही भारतीय टीम गोल्ड मेडल जीतने से भी रह गयी। भारतीय टीम ने पुरे मैच में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन आखिरी के 6 ओवर में भारत उस प्रदर्शन को बरकरार नहीं रख पाई और मैच को अपने हाथ से गावं दिया। ऑस्ट्रेलिया टीम ने मैच के दौरान अच्छा प्रदर्शन किया और मौको को हाथ से नहीं जाने दिया। बल्लेबाज़ी करते हुए जब टीम ने अपना पहले विकेट जल्दी खो दिया उसके बाद बेथ मूनी ने पारी को संभाला। उसके बाद गेंदबाज़ी में भी मेगन शुट्ट हरमनप्रीत और जेमिमा की 96 रन की पार्टनरशिप तोड़ी जोकि मैच का एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मैडल जीतने के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘खेल पर हमारा पूरा नियंत्रण था, लेकिन आखिरी के कुछ ओवरों में हमने कुछ गलतियां कीं. देश के लिए मेडल पाकर अच्छा लग रहा है। हम अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं,’हरमनप्रीत ने इसके आगे कहा ‘हर बार बड़े फाइनल में हम एक ही गलती करते हैं। बार-बार हम बल्ले से गलती कर रहे हैं और इसमें सुधार करने की जरूरत है। लीग फेज या द्विपक्षीय सीरीज में हम ये गलती नहीं करते हैं। कहीं ना कहीं यह हमारे दिमाग को ब्लॉक कर रहा है। मैं ऐसी व्यक्ति हूं जो हमेशा अपनी टीम में एक अधिक बल्लेबाज की खोज में रहती हूं। दुर्भाग्य से हम अब भी उस पर काम कर रहे हैं। एक बार जब हमें वो मिल जाएगा तो इस तरह पारी लड़खड़ाने वाली चीज समाप्त होगी।
इसके बाद फाइनल मैच में दो विकेट जल्दी गिर जाने पर मैच में हरमनप्रीत के साथ जेमिमा रोड्रिग्सने 96 रन की साझेदारी की लेकिन मैच को जीता नहीं पाई और मैच के बाद जेमिमा ने कहा,’कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान हमारी टीम ने जिस तरह से खेला, उस पर हमें बहुत गर्व है। अच्छा लगता है लेकिन गोल्ड न जीत पाने का मलाल हमेशा रहता है। भारत की पदक तालिका में योगदान करना अद्भुत लग रहा है। क्रिकेट खेलना और पदक जीतना वाकई अच्छा लगता है।
मैच में हरमनप्रीत कौर ने 65 रन की कप्तानी पारी खेली और जेमिमा ने उनका अच्छा साथ देते हुए 33 रन बनाए। हालाँकि दोनों मैच को जीता नहीं पाई लेकिन उन्हें अपने आप पर गर्व होना चाहिए।