BCCI ने विराट कोहली की जगह सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को टी-20 के बाद वनडे फॉर्मेट का भी नया कप्तान बनाया है। कोहली ने टी-20 वर्ल्ड कप से पहले टी-20 कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद BCCI ने कोहली को वनडे कप्तानी से भी हटा दिया, जबकि वो कप्तानी छोड़ना नहीं चाहते थे। विराट अब सिर्फ टेस्ट फॉर्मेट में ही भारत की अगुवाई करते नजर आएंगे। बीसीसीआई के इस फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर फैन्स का गुस्सा जमकर देखने को मिला था। लेकिन ऐसा नहीं है कि बोर्ड के इस फैसले से विराट को नुकसान ही होगा बल्कि विराट को इससे फायदा भी होगा।
सिर्फ एक फॉर्मेट में कप्तान बने रहने से विराट से अतिरिक्त दवाब हटेगा। क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट में कप्तानी करना मुश्किल कामों में से एक होता है। अब चूंकि, विराट एक ही फॉर्मेट की कप्तानी करेंगे तो वह अपनी बल्लेबाजी पर भी फोकस कर सकते हैं, जहां वह पिछले कुछ सालों से संघर्ष कर रहे हैं। बता दें कि विराट के इंटरनेशनल करियर में पहली बार ऐसा मौका आया है, जब यह बल्लेबाज दो सालों से भी ज्यादा समय में एक भी सेंचुरी नहीं जड़ सका है।
बतौर कप्तान कोहली का वनडे में जीत प्रतिशत 70.43 का रहा है। यह 10 मैच से ज्यादा भारत के लिए कप्तानी करने वाले किसी भी कप्तान का सबसे शानदार जीत प्रतिशत है। टीम इंडिया के लिए कोहली ने 95 मैचों में कप्तानी की है और 65 मैचों में भारत को जीत मिली है।