वैश्विक महामारी कोरोना के चलते दुनिया समेत देश के कई टूर्नामेंट या तो स्थगित हो चुके हैं या होने की कगार पर है। इस साल के अतं में आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट टी-20 विश्व कप, टेस्ट चैंपियनशिप समेत कई टूर्नामेंट आने वाले हैं जिन पर संकट के बाद मंडरा रहे हैं। ज्ञात हो, वायरस के प्रकोप के चलते टोक्यो 2020 ओलंपिक पहले ही एक साल के लिए टाल गए है। इन सब को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने आपात बैठक बुलाकर इस मुद्दें पर चर्चा की।
आईसीसी के प्रभावशाली बोर्ड ने कोविड-19 महामारी को देखते हुए शुक्रवार को टी-20 विश्व कप और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप सहित प्रमुख टूर्नामेंट के लिए विभन्न आपात योजनाओं पर चर्चा की। इस चर्चा में बीसीसीआई की तरफ से बोर्ड अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में हिस्सा लिया। जबकि यह कयास लगाए जा रहे थे कि बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष इसमें भाग लेंगे।
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण दुनिया भर में खेल गतिविधियां ठप पड़ी हैं। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत होने वाली कई द्विपक्षीय टेस्ट श्रृंखलाओं के भी रद्द होने के आसार बन रहे हैं। आईसीसी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘महामारी के कारण विश्व स्तर पर खेलों पर पड़ रहे प्रभाव पर चर्चा की गई। ’’टूर्नामेंट को आगे बढ़ाने या उनकी तिथियों में बदलाव पर कोई फैसला नहीं किया गया।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी मनु साहनी ने कहा, ‘‘आईसीसी प्रबंधन आईसीसी प्रतियोगिताओं को लेकर आपात योजनाओं पर काम करता रहेगा। इसके साथ ही वह इस महामारी से जुड़ी विभिन्न परिस्थितियों के आधार पर सभी उपलब्ध विकल्पों पर विचार करने के लिए सदस्य देशों के साथ काम करना जारी रखेगा। ’’
तो वहीं जब बोर्ड के एक सदस्य से पूछा गया कि इंग्लैंड अगर पाकिस्तान और वेस्टइंडीज की मेजबानी नहीं कर पाता है तो फिर क्या होगा तो उन्होंने कहा कि अंक वितरित करने का मामला तकनीकी समिति को सौंपा जाएगा। सदस्य देशों के प्रतिनिधि ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘यह तब तक नहीं हो सकता जब तक कि कोई सौहार्दपूर्ण हल नहीं निकल जाता। ऐसा हो सकता है कि भारत छह श्रृंखलाएं खेले और तालिका में शीर्ष पर रहे और इंग्लैंड लॉकडाउन और एफटीपी (भविष्य के दौरा कार्यक्रम) में व्यस्तता के कारण तीन श्रृंखलाएं ही खेल पाए। अंकों के वितरण के लिए उचित हल निकालना होगा और यह मामला तकनीकी समिति को सौंपा जाना चाहिए। ’’
बोर्ड के कुछ सदस्यों को लगता है कि आस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप पर खतरा नहीं है क्योंकि अक्टूबर अभी काफी दूर है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अगर चीजें जून तक नियंत्रण में आ जाती है तो हम विशेष आपात योजना पर काम कर सकते हैं। अभी आईसीसी कई योजना पर काम कर रही है और आने वाले दिनों में वह अपने प्रस्तावों को सामने लेकर आ जाएगी।’’
बोर्ड ने इसके साथ ही 2019 के लिए वित्तीय विवरणों तथा आईसीसी पुरुष विश्व कप 2019 और आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप क्वालीफायर 2019 के अंतिम खातों को भी मंजूरी दी। महिला टी20 विश्व कप के सफल आयोजन के लिए स्थानीय आयोजन समिति का भी आभार व्यक्त किया।