वैश्विक महामारी के चलते भारत समेत दुनियाभर के खेल टूर्नामेंट प्रभावित हो रहे हैं। इस बीच, महामारी को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के भविष्य को लेकर होने वाला फैसला गुरुवार को 10 जून तक के लिए टाल दिया है। आईसीसी ने अपने संचालन की ‘गोपनीयता’ को लेकर चिंताओं की जांच शुरू की है। बोर्ड का मानना है कि पिछले कुछ दिनों में गोपनीयता का उल्लंघन हुआ है। टी-20 विश्व कप का आयोजन 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित किए जाने और इस विंडो का इस्तेमाल फिलहाल स्थगित इंडियन प्रीमियर लीग के आयोजन के लिए किए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
आईसीसी ने बोर्ड की टेलीकॉन्फ्रेंस के बाद कहा, ‘‘बोर्ड आईसीसी प्रबंधन से आग्रह करता है कि वे कोविड-19 महामारी के कारण लगातार बदल रही जन स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए विभिन्न आपात विकल्पों को लेकर संबंधित हितधारकों के साथ चर्चा जारी रखे।’’ पता चला है कि बैठक के दौरान अधिकांश चर्चा गोपनीय सूचना हो लेकर हुई जिसमें आंतरिक ईमेल भी शामिल हैं जो लीक हो गए। अध्यक्ष शशांक मनोहर और बोर्ड के सदस्यों ने इस पर चर्चा की। आईसीसी की विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘बोर्ड के कई सदस्यों ने हाल में इस मुद्दे पर चिंता जताई है और उनका मानना है कि संचालन के शीर्ष स्तर को देखते हुए बोर्ड के मामलों में शुचिता और गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए तुरंत इस पर ध्यान देना जरूरी है।’’मीडिया को लीक हुई जानकारियों की जांच आईसीसी का आचरण अधिकारी करेगा।
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘सर्वसम्मति से फैसला किया गया कि आईसीसी के आचरण अधिकारी की अगुआई में और वैश्विक विशेषज्ञों की मदद से तुरंत स्वतंत्र जांच शुरू किए जाने की जरूरत है। आईसीसी सीईओ 10 जून को अगली बैठक में बोर्ड को इस पर अपडेट जानकारी देंगे।’’ माना जा रहा है कि आईसीसी बोर्ड ने विश्व कप को लेकर सभी विकल्पों पर चर्चा की लेकिन इस पर सर्वसम्मति नहीं बनी कि विश्व टी-20 का आयोजन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हो या इसे 2021 या संभवत: 2022 तक स्थगित किया जाए जो व्यावहारिक हल है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने आज अपना कार्यक्रम घोषित किया जिसमें अक्टूबर में टी-20 मैच भी शामिल हैं और ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि ऐसी स्थिति में विश्व टी-20 का आयोजन क्यों नहीं हो सकता।
इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा, ‘‘अगर आप ऑस्ट्रेलिया का कार्यक्रम देखो तो विश्व टी-20 की शुरुआत से पहले अक्टूबर के मध्य में वे भारत के खिलाफ टी-20 खेलेंगे। अगर आप अक्टूबर के मध्य में टी-20 खेल सकते हैं तो विश्व टी-20 खेलना सुरक्षित क्यों नहीं है।’’ इस बीच बीसीसीआई अगर इस विंडो के दौरान आईपीएल का आयोजन कराने में विफल रहा तो उसे चार हजार करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ सकता है जो निश्चित तौर पर बड़ा झटका होगा। साथ ही कार्यक्रम में बदलाव करते हुए स्टार को भी भरोसे में लेना होगा जो आईसीसी और बीसीसीआई दोनों का प्रसारण साझेदार है।