आईसीसी विश्व कप 2019 बारिश की वजह से पानी-पानी हो गया है। इस विश्व कप के शुरु के 18 मैचों में से चार तो बारिश होने के कारण रद्द हो चुके हैं। भारत और न्यूजीलैंड का मैच इस बारिश का ताजा शिकार हुआ है। दोनों के बीच यह मैच बिना गेंद डाले ही बारिश में धुल गया है। इसी वजह से क्रिकेट की सबसे बड़ी संस्था आईसीसी पर सवाल उठ रहे हैं। यह सवाल किए जा रहे हैं आखिर क्रिकेट के इतने बड़े टूर्नामेंट का आयोजन करने से पहले आईसीसी ने एक बार भी इंग्लैंड और वेल्स के मौसम पर नजर नहीं डाली।
विश्व कप में जो मैच बारिश की वजह से रद्द हुए हैं उन्होंने एक नया इतिहास दर्ज करा दिया है। विश्व कप 1992 और 2003 में दो-दो मैच बारिश की वजह से रद्द हो गए थे। विश्व कप 2019 अपने असली रंग में जब आ रहा था तभी बारिश की बूंदों ने क्रिकेट के जश्न में खलल डाल दिया। हर मैच के लिए लोगों ने एक रिजर्व डे रखने तक का सुझाव आईसीसी को दे दिया है। खिलाड़ियों से लेकर दर्शकों तक यह स्थिति बहुत दुखद है। अब जब क्रिकेट फैन्स सवाल कर रहे हैं तो यकीनन इनका जबाव भी आईसीसी को ही देना है।
क्या असर पड़ता है टूर्नामेंट पर
अंक तालिका में टीमों की स्थिति पर मैच रद्द होने का सबसे ज्यादा असर होता है। मैच रद्द होने की वजह से इस बार अंका तालिका में पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, भारत और न्यूजीलैंड के बीच में अंक बांटे गए हैं। जब टीमें सेमीफाइनल में जगह बनाती हैं तो उस समय उनके अंक एक अहम भूमिका निभाते हैं। अगर जब बारिश की वजह से दोनों टीमों में अंक बंटते हैं तो अंक तालिका का पूरा समीकरण ही बदल जाता है।
बारिश का असर इन मैचों पर पड़ा है
पाकिस्तन बनाम श्रीलंका, बांग्लदेश बनाम श्रीलंका, साउथ अफ्रीका बनाम वेस्टइंडीज, भारत बनाम न्यूूजीलैंड
चैंपियंस ट्रॉफी से आखिर क्यों नहीं आईसीसी ने सीखा सबक
2017 चैंपियंस ट्रॉफी इंग्लैंड में हुआ था। उस दौरान भी मौसम खराब होने की वजह से मैचों पर असर पड़ा था इसके बाद भी आईसीसी ने कोई सबक नहीं लिया और इसी महीने विश्व कप 2019 का आयोजन किया है। आईसीसी को इस बात का पता था कि इस महीने मौसम बारिश का होता है तब भी उसने विश्व कप का आयोजन इस महीने किया।
बारिश से प्रभावित 1992 में सबसे ज्यादा 9 मैच हुए थे
1992 विश्व कप में बारिश की वजह से सबसे ज्यादा मैच प्रभावित हुए थे। जहां बारिश की वजह से 2 मैच रद्द हुए थे तो वहीं बारिश ने 9 मैचों में खलल डाला था। विश्व कप 2003 में 2 मैच रद्द हुए थे और पांच प्रभावित हुए थे। विश्व कप 2007 में 7 मैच बारिश से प्रभावित हुए थे लेकिन रद्द कोई नहीं हुआ था।
आईसीसी का पक्ष इस मामले में क्या है
आईसीसी ने अपना रुख इस मामले में साफ कर दिया है। आईसीसी के चीफ एग्जीक्यूटिव डेव रिचडर्सन कहते हैं कि विश्व कप के हर मैच के लिए रिजर्व दिन रखना बिल्कुल भी व्यावहारिक नहीं है। विश्व कप 2019 में जब तीन मैच बारिश की वजह से रद्द हो गए थे तो उसके बाद रिचडर्सन ने अपना बयान जारी करते हुए कहा था पिछले विश्व कप की तुलना मे आईसीसी क्रिकेट विश्व कप काफी लंबा हो गया है। ऐसे में यह प्रैक्टिल नहीं है कि हर मैच के लिए रिजर्व दिन रखा जा सके।
पूरे जून में जितनी बारिश होती है उतनी पिछले दाे दिनों में हो गई है
आईसीसी के मुताबिक यह बेमौसम की बरसात हुई है। पूरे जून में जितनी बारिश होती है उससे दोगुनी बारिश पिछले दो दिनों में हो चुकी है। यह महीना सबसे सूखा ब्रिटेन में माना जाता है। जून 2018 में यहां बारिश सिर्फ दो मिमी ही हुई थी लेकिन दक्षिण पूर्व इंग्लैंड में पिछले 24 घंटों में 100 मिमी बारिश हो चुकी है।
कुछ ऐसे कहते हैं आंकड़े
सबसे ज्यादा 3 मैच रद्द होने का रिकॉर्ड विश्व कप 2019 में बन गया है तो वहीं विश्व कप 1992 व 2003 में दो-दो मैच रद्द हुए थे।
अब तक साउथ अफ्रीका-वेस्टइंडीज, पाकिस्तान-श्रीलंका, बांग्लादेश-श्रीलंका और भारत-न्यूजीलैंड मैच रद्द हो गए हैं। एक मैच का आयोजन 1200 लोग सुनिश्चित करते हैं।