नाटिंघम : बायें हाथ के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड अच्छी शुरुआत के बावजूद भारत के खिलाफ पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में आज यहां 268 रन पर सिमट गया। कुलदीप ने अपने करियर में पहली बार पांच या इससे अधिक विकेट चटकाते हुए 25 रन देकर छह विकेट हासिल किए। इंग्लैंड की सरजमीं पर छह विकेट चटकाने वाले वह पहले स्पिनर हैं। उमेश यादव ने 70 रन देकर दो जबकि युजवेंद्र चहल ने 51 रन देकर एक विकेट चटकाया जिससे इंग्लैंड की पारी 49 .5 ओवर में सिमट गयी। कुलदीप भारत के आठवें गेंदबाज हैं जिन्होंने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में छह विकेट चटकाए। तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने दो बार यह कारनामा किया है।
इंग्लैंड के लिए जोस बटलर (53) और बेन स्टोक्स (50) ने अर्धशतक जड़ने के अलावा पांचवें विकेट के लिए 93 रन की साझेदारी भी की। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टास जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया लेकिन जेसन राय (38) और जानी बेयरस्टा (38) की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 10 . 2 ओवर में 73 रन जोड़कर इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत दिलाई। उमेश की मैच की पहली गेंद राय के बल्ले का किनारा लेकर स्लिप से चार रन के लिए चली गई। इसी ओवर की अंतिम गेंद में बेयरस्टा भाग्यशाली रहे जब उनके खिलाफ पगबाधा की विश्वसनीय अपील हुई लेकिन अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया। भारत ने भी डीआरएस का सहारा नहीं लिया जबकि रीप्ले में दिखा कि अगर भारत ऐसा करता तो यह सलामी बल्लेबाज संभवत: आउट होता।
बेयरस्टा ने पदार्पण कर रहे सिद्धार्थ कौल पर चौके से खाता खोला और फिर उमेश पर भी लगातार दो चौके मारे। उन्होंने कौल पर छक्के के साथ आठवें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। राय ने चहल और हार्दिक पंड्या का स्वागत चौकों के साथ किया। इंग्लैंड की मजबूत होती साझेदारी के बीच कोहली ने गेंद कुलदीप यादव को थमाई और उन्होंने कप्तान को निराश नहीं करते हुए दूसरी ही गेंद की राय को कवर में उमेश के हाथों कैच करा दिया। उन्होंने 35 गेंद की अपनी पारी में छह चौके मारे। कुलदीप ने अपने अगले ओवर की पहली गेंद पर जो रूट (03) को पगबाधा किया जबकि इसी ओवर में बेयरस्टा की पारी का भी अंत किया। बेयरस्टा के खिलाफ उनकी पगबाधा की विश्वसनीय अपील अंपायर ने ठुकरा दी थी लेकिन डीआरएस का सहारा लेने पर फैसला गेंदबाज के पक्ष में गया। बेयरस्टा ने 35 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और एक छक्का मारा।
इंग्लैंड ने नौ रन के भीतर तीन विकेट गंवाए जिससे उसका स्कोर बिना विकेट खोए 73 रन से तीन विकेट पर 82 रन हो गया। इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन (19) ने पंड्या की लगातार गेंदों पर चौके और छक्के के साथ टीम का स्कोर 19वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया लेकिन चहल की गेंद को मिडविकेट पर सुरेश रैना के हाथों में खेल गए। बेहतरीन फार्म में चल रहे बटलर और स्टोक्स ने इसके बाद पारी को संवारा। बटलर शुरू से ही शानदार लय में दिखे जबकि स्टोक्स पूरी पारी के दौरान जूझते रहे। दोनों ने टीम का स्कोर 200 रन के करीब पहुंचाया। बटलर ने पंड्या की गेंद पर एक रन के साथ 45 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। कोहली ने एक बार फिर साझेदारी तोड़ने की जिम्मेदारी कुलदीप को सौंपी और इस बार भी उन्होंने अपने नये स्पैल की छठी गेंद पर बटलर को विकटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के हाथों कैच करा दिया। बटलर ने 51 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके जड़े।
स्टोक्स ने कौल की गेंद पर एक रन के साथ 102 गेंद में अर्धशतक पूरा किया लेकिन कुलदीप के अगले ओवर में कौल ने बैकवर्ड प्वाइंट पर उनका शानदार कैच लपका। स्टोक्स ने 103 गेंद की पारी में दो चौके मारे। कुलदीप ने अपने कोटे की अंतिम गेंद पर डेविड विली (01) को लोकेश राहुल के हाथों कैच कराके छठा विकेट हासिल किया। इंग्लैंड की टीम अंतिम 22 ओवर में 115 रन ही बना सकी जबकि इस दौरान सिर्फ छह चौके और दो छक्के लगे। निचले क्रम में आदिल राशिद (22) और मोईन अली (24) ने टीम का स्कोर 250 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।