पिछले साल की बची हुई एकनात्र टेस्ट भारत- इंग्लैड के बीच कल से शुरू होने वाली है. लेकिन दोनों टीमों में से किसी की भी प्लेइंग-11 फाइनल नहीं हो पाई है. हालांकि मेजबान टीम के लिए तो ये कोई सम्सया नहीं हैं, पर मेहमान टीम भारत के लिए ये एक बहुत बड़ी चुनौती हैं. तो पहले भारतीय टीम की ही बात करते है.
भारत के लिए सबसे बड़ी समस्या यह है कि टीम की ओपनिंग जोड़ी क्या होगी?
कप्तान रोहित शर्मा कोरोना से अभी तक उभरे नहीं है. कल यानि बुधवार को भी आई आपटी-पीसीआर की रिपोर्ट उनकी पॉजीटीव थी, जिसके बाद समस्या और बढ़ गई है.
टीम मयंक अग्रवाल को तो इंग्लैंड बुला ली है पर प्लेइंग-11 में रखने के मुड में नहीं है क्योंकि अब चर्चा यह भी चल रही है कि शुभमन गिल के साथ चेतेश्वर पुजारा को ओपनिंग के लिए भेजा जाए.
अगर ऐसा हुआ तो मयंक का प्लेइंग-11 में होना नामुमकिन के बराबर हैं. हालांकि पुजारा के अलावा हनुमा विहारी भी एक विकल्प के तौर पर हैं, लेकिन कोच द्रविड टीम के मिडिल ऑडर को पूरी तरह मजबूत बनाना चाह रहा है.
वहीं मिडिल ऑडर में तो विराट कोहली के बाद श्रेयस अय्यर, हनुमा विहारी हो सकते हैं. विकेटकिपर बल्लेबाज के तौर पर ऋषभ पंत और केएस भरत है, और दोनों ने ही प्रैक्टिस मैच में अच्छा खेल दिखाया था. तो विकेटकिपिंग के साथ-साथ लोअर मिडिल ऑडर की भी जिम्मेदारी दोनों में से किसी एक खिलाड़ी को दिया जा सकता है. वैसे ऋषभ पंत के खेलने की संम्भावनाएं ज्यादा हैं.
इसके बाद ऑलराउंडर के तौर पर रविंद्र जडेजा औऱ अश्विन के टीम में होने के पूरे चानसेस हैं.
लेकिन बड़ा सवाल यह भी है कि तेज गेंदबाज के तौर पर बुमराह और शमी के साथ और कौन होंगा. क्या भारतीय टीम 4 गेंदबाज के साथ फिल्ड पर दिखाई देगी? या फिर 3 तेज गेंदबाज ही हो सकते हैं?
इस बात पर मनथन करना इसलिए जरुरी है क्योंकि इंग्लैंड के मौसम को लेकर अनुमान लगाना काफी मुश्किल काम है, और साथ ही साथ वहां बाउंसिंग पिच होने की ज्यादा उम्मीद है.
तो ऐसे में भारतीय टीम शार्दुल ठाकुर को भी मौका दे सकती है क्योंकि वो तेज गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी करने की भी क्षमता रखते हैं. इसके बाद मोहम्मद सिराज, उमेश यादव और प्रसिद्ध कृष्णा में से किसी एक को ही मैदान पर उतारा जा सकता है. तो भारतीय टीम की प्लेइंग-11 क्या होगी, ये तो कल मैच के शुरू होने से पहले टॉस के वक्त ही पता चलेगा.