कॉमनवेल्थ गेम्स में ऑस्ट्रेलिया ने बताया कि उन्हें क्यूँ चैंपियन टीम कहा जाता है। ऑस्ट्रेलिया महिला टीम ने एक बार फाइनल में भारत को हारते हुए इस बार गोल्ड मेडल अपने नाम किया और भारत को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा । टी20 वर्ल्ड कप की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फाइनल में 9 से हराया। पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 161 रन बनाए जिसके जवाब में भारत 152 रन ही बना पाई।
फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया और ओपनर बेथ मूनी के शानदार अर्धशतक की बदौलत 20 ओवर में 161 रन बनाने में सफल रही। भारत की तरफ से गेंदबाज़ी में रेणुका ठाकुर और स्नेह राणा ने दो दो विकेट लिए। इसके बाद 162 रन चेस करने आई भारत की तरफ से केवल कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा ही विकेट पर टिक के खेल पाई उनके अलावा किसी बल्लेबाज़ ने विकेट पर ठीकने की कोशिश नहीं की और एक बार फिर फाइनल मुकाबले में भारत को हार मुँह देखना पड़ा। आइये देखते है आखिरी भारत क्यों और कैसे मैच हारा ?
सबसे पहला कारण गेंदबाज़ी में वो धार नहीं देखने को मिली जिसे ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज़ों पर दबाव बना पाए। रेणुका ठाकुर ने शुरुआत अच्छी कराइ अलीसा हैली को आउट कर के लेकिन उसके बाद दूसरे छोर से उनका किसी ने साथ नहीं दिया और दूसरी ओपनर बेथ मूनी ने मेग लेंनिंग मिलकर 74 रन की साझेदारी की। जो की मैच में एक टर्निंग पॉइंट था।
इसके बाद बल्लेबाज़ी में बल्लेबाज़ों का ख़राब प्रदर्शन। ओपनर स्मृति मंधाना से जो उम्मीद थी वो फाइनल मुकाबले में नहीं कर पाई और फाइन लेग पर शार्ट मरने के प्रयास में बोल्ड होगयी। इसके बाद शेफाली वर्मा में हवा में ख़राब शार्ट मार कर आउट हुई। हालाँकि इसके बाद जेमिमा और कप्तान हरमनप्रीत कौर 96 रन की साझेदारी कर भारत की मैच में वापसी कराई लेकिन जेमिमा के आउट होते ही भारतीय टीम ने अपने विकेट थोक के भाव में दे दिए। जेमिमा में 14.3 में ओवर में 118 के स्कोर पर आउट हुई उसके बाद अगले 34 रन के अंदर भारत ने अपने 7 विकेट खो दिए।
अंत में ये भी कह सकते है की भारतीय टीम से फाइनल का दबाव नहीं झेला गया। नहीं तो एक समय पर भारतीय टीम मैच में पकड़ बना रखी थी और जीत के लिए 30 गेंदों पर 44 रन चाहिए थे,भारत के पास 7 विकेट बचे हुए थे लेकिन प्रेशर में आकर 3 खिलाड़ी रन आउट हुए। भारतीय टीम को 2020 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में भी हार का मुँह देखना पड़ा था।