मैनचेस्टर : दुनिया की सबसे मशहूर वेब सीरीज गेम ऑफ थ्रोंस बेशक बेहद लोकप्रिय है लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व कप क्रिकेट मुकाबला इस सीरीज की लोकप्रियता पर भी भारी पड़ता है। भारत और पाकिस्तान के बीच रविवार को मैनचेस्टर में विश्व कप का मुकाबला होने जा रहा है और इस मैच को इस विश्व कप के महामुकाबले की संज्ञा पहले से ही दी जा चुकी है। दुनियाभर में फैले क्रिकेट प्रशंसकों को इस मुकाबले का बड़ी बेसब्री से इंतजार है और इस मैच की टिकट महीनों पहले ही बिक गए थे।
भारत और पाकिस्तान के बीच 2015 के विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में खेले गए मुकाबले को दुनियाभर में 50 करोड़ लोगों ने देखा था जबकि गेम ऑफ थ्रोंस के फिनाले को दुनियाभर में एक करोड़ 93 लाख लोगों ने देखा था। यानि भारत-पाक मुकाबला लोकप्रियता के मामले में गेम ऑफ थ्रोंस से 25 गुना ज्यादा है। क्रिकेट के इन दो चिर प्रतिद्वंद्वी देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध पिछले कई वर्षों टूटे पड़ हैं और उनके बीच आईसीसी टूर्नामेंटों में ही मुकाबला हो पाता है। यही वजह है कि इस मैच को देखने का जुनून हदें पार जाता है।
ना केवल दोनों टीमों के खिलाड़ियों बल्कि प्रशंसकों में भी इस मैच को लेकर जैसे बुखार चढ़ जाता है। भारत और पाकिस्तान में तो दोनों के बीच मैच के दौरान सड़कों पर जैसे सन्नाटा पसर जाता है। दोनों के बीच आखिरी बार 2017 की आईसीसी चैंपियन्स ट्राफी के फाइनल में मुकाबला हुआ था जिसमें पाकिस्तान ने भारत को हराकर खिताब अपने नाम किया था। भारतीय कप्तान विराट कोहली का कहना है कि पहली बार खेल रहे खिलाड़ियों के लिए यह दबाव वाला मैच हो सकता है लेकिन लंबे समय से खेल रहे खिलाड़ी इसका तनाव नहीं लेते हैं और इसे एक समान्य मैच की तरह लेकर मैदान में उतरते हैं।
भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज से भी बड़ी मानी जाती है और दोनों टीमों के प्रशंसक इस मुकाबले में अपनी टीम की हार को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। भारतीय कप्तान विराट बेशक इस मैच को सामान्य मैच कहें लेकिन वह भी जानते हैं कि इस मैच का तनाव कितना बड़ा होता है। दोनों टीमों का मुकाबला अब 24 घंटे दूर रह गया है और इसे लेकर माहौल तेजी से गर्म होने लगा है।