टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए पहला एथलेटिक्स स्वर्ण पदक जीतने वाले स्टार भारतीय भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा अपने स्वर्ण से संतुष्ट नहीं है और अब 15 से 24 जुलाई 2022 तक अमेरिका के ओरेगॉन में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पोडियम (टॉप तीन) में शीर्ष पर पहुंचने पर नजर गड़ए हुए हैं।
नीरज ने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) की ओर से आयोजित एक सम्मान समारोह के दौरान कहा, ‘‘मैंने पहले राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों और अब ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता है, इसलिए अब मेरा अगला लक्ष्य अगले साल होनी वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतना है। विश्व चैंपियनशिप एक बड़ी प्रतियोगिता है और कभी-कभी ओलंपिक खेलों की तुलना में कठिन होती है। मैं इस ओलंपिक स्वर्ण से संतुष्ट नहीं रहूंगा।”
नीरज ने आगे कहा की “मैं फिर से राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और ओलिंपिक खेलों के खिताब जीतना चाहूंगा।’’ चैंपियन एथलीट ने यह भी कहा कि केरल में राष्ट्रीय खेलों के दौरान पांचवें स्थान पर रहने के बावजूद 2015 में एएफआई द्वारा राष्ट्रीय शिविर में उनका शामिल होना उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। उन्होंने कहा,‘‘मेरे राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने के बाद सब कुछ बदल गया जैसे उपकरण, प्रशिक्षण सुविधाएं और आहार। देश के बेहतरीन भाला फेंक खिलाडियों के साथ प्रशिक्षण का अहसास खास था।’’
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने समारोह के दौरान नीरज के टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के दिन यानी सात अगस्त को राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की। एफआई की योजना समिति के अध्यक्ष डॉ ललित भनोट ने इस दौरान कहा, ‘‘हम अब से हर साल सात अगस्त को राष्ट्रीय भाला दिवस के रूप में मनाएंगे और अगले साल से हमारी मान्यता प्राप्त इकाइयां इस दिन अपने अपने राज्यों में भाला फेंक प्रतियोगिता का आयोजन करेंगी।’’
बता दें कि हरियाणा के पानीपत के खंडरा गांव के रहने वाले 23 वर्षीय नीरज टोक्यो 2020 में शनिवार को अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक में व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाले दूसरे भारतीय बने थे। उन्होंने 87.58 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण जीता था।