नागपुर: भारत नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में 2017 में जीत की हैट्रिक लगाने और श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में बढ़त हासिल करने के इरादे से उतरेगा। भारत ने नागपुर के इस मैदान में इस साल ट्वंटी 20 मैच और एकदिवसीय मैच में जीत हासिल की है जिसके बाद अब बारी टेस्ट मैच की है। इस मैदान पर भारत का टेस्ट मैचों में शानदार रिकार्ड है। उसने यहां पांच टेस्ट खेले हैं जिनमें से तीन जीते हैं, एक ड्रा खेला है और एक हारा है। श्रीलंकाई टीम पहली बार इस मैदान में कोई टेस्ट मैच खेलने उतरेगी। विश्व की नंबर एक टीम इंडिया इस मैदान पर नवंबर 2008 में आस्ट्रेलिया को 172 रन से, नवंबर 2010 में न्यूजीलैंड को पारी और 198 रन से और नवंबर 2015 में दक्षिण अफ्रीका को 124 रन से हरा चुकी है।
श्रीलंका के खिलाफ मैच भी नवंबर महीने में हो रहा है जो 24 तारीख से शुरू होगा। भारत ने कोलकाता के ईडन गार्डन में पहले टेस्ट में साढ़े तीन दिन तक पिछड़े रहने के बाद शानदार वापसी की थी और श्रीलंका को पांचवें दिन की समाप्ति तक लगभग हार के कगार पर धकेल दिया था। पहला टेस्ट ड्रा रहा था और भारत जीत से सिर्फ तीन विकेट दूर रह गया था। इस साल 29 जनवरी को भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ इस मैदान पर खेले गये ट्वंटी 20 मैच में पांच रन से जीत हासिल की। भारत ने आठ विकेट पर 144 रन बनाने के बाद इंग्लैंड को छह विकेट पर 139 रन पर रोक दिया था।
भारत को विदर्भ मैदान पर 2017 की दूसरी जीत गत एक अक्टूबर को आस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में मिली थी। आस्ट्रेलिया ने नौ विकेट पर 242 रन बनाये थे जबकि भारत ने रोहित शर्मा के 125 रन से 42.5 ओवर में ही तीन विकेट पर 243 रन बनाकर मैच जीत लिया था। ट्वंटी 20 और वनडे जीतने के बाद अब बारी टेस्ट मैच के लंबे प्रारूप की है। इस मैदान पर हालांकि भारत की पिछली टेस्ट जीतों में स्पिनरों का बोलबाला रहा था लेकिन कोलकाता में तेज पिच मिलने के बाद अब इस बात के संकेत हैं कि नागपुर की पिच भी तेज गेंदबाजों को मदद करेगी।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यहां 2015 में मिली टेस्ट जीत में मैन ऑफ द मैच ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन रहे थे जिन्होंने दूसरी पारी में 66 रन पर सात विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई थी। अश्विन को पहले टेस्ट में गेंदबाजी का ज्यादा मौका नहीं मिल पाया था और सभी विकेट तेज गेंदबाजों ने निकाल लिये थे। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मैच के लिये अश्विन के पास कर दिखाने को कुछ रहता है या नहीं।