इपोह : पिछले साल की निराशा को भुलाते हुए भारतीय पुरूष हॉकी टीम शनिवार को 28वें सुल्तान अजलन शाह कप के पहले मैच में एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता जापान के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगा। कोच के बिना और कई खिलाड़ियों की फिटनेस समस्याओं से जूझने के बावजूद भारतीय टीम आत्मविश्वास से ओतप्रोत है। हाल ही में अभ्यास मैच के दौरान गुरजंत सिंह नाक की हड्डी टूटने के कारण स्वदेश लौट गए।
कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि जापान, कोरिया और मलेशिया से हमें कड़ी चुनौती मिल सकती है। वे पूरी मजबूत टीम के साथ उतर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करना होगा। नये खिलाड़ियों के टीम में होने से हमें फायदा मिलेगा क्योंकि विरोधी टीमों को उनके बारे में ज्यादा पता नहीं होगा। भारतीय टीम सोमवार को यहां पहुंची। गुरूवार को मलेशिया के खिलाफ उसने अभ्यास मैच खेला।
पिछली बार भारत छह टीमों में पांचवें स्थान पर रहा था लेकिन युवा टीम ने कुछ सीनियर खिलाड़ियों के साथ मिलकर अच्छा प्रदर्शन किया। भारत को पहले मैच में ओलंपिक चैम्पियन अर्जेंटीना ने 3-2 से हराया था । इसके बाद उसने इंग्लैंड से 1-1 से ड्रा खेला और आस्ट्रेलिया से 4-2 से हार गई । इसके बाद मलेशिया को 5-1 से हराया लेकिन आयरलैंड से 2-3 से हारी।
मनप्रीत ने कहा कि हमें उम्मीद है कि सीनियर खिलाड़ियों के मार्गदर्शन में युवा खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। भारत ने 1985, 1991, 1995, 2009 और 2010 में यह खिताब जीता है । वहीं 2016 के फाइनल में उसे आस्ट्रेलिया ने हराया और 2017 में उसने कांस्य पदक जीता।