नई दिल्ली : भारत में फुटबॉल के लिए माहौल बन रहा है और बहुत शीघ्र भारतीय फुटबॉल अपना अलग मुकाम बनाने में सफल रहेगी। 1998 की विश्व विजेता फ्रांस टीम के सदस्य रहे बिक्सानते लिजाराजू का ऐसा मानना है। बिक्सानते लिजाराजू जर्मनी के चैम्पियन क्लब बायर्न म्यूनिख के स्टार खिलाड़ी रह चुके हैं।
आज यहां छतरपुर के एडिडास प्लाजा स्टेडियम में हफले द्वारा आयोजित कार्यक्रम में फ्रेंच खिलाड़ी ने मणिपुर के बीस प्रतिभावान महिला खिलाड़ियों के लिए मास्टर क्लास का आयोजन किया और उन्हें खेल की बारीकियों के बारे में समझाया। उन्होंने बायर्न म्यूनिख के साथ अपने नौ साल के शानदार करियर के बारे में बताया, जोकि बार्सिलोना, रियाल मेड्रिड, मैनचेस्टर यूनाइटेड जैसे टाप क्लबों की श्रेणी में शामिल है।
एफ सी बायर्न के सहयोग से भारत मे एक राष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है, जिसके विजेता को म्यूनिख में विश्वस्तरीय आयोजन में खेलने का सम्मान मिलेगा। इस अवसर पर लिजाराजू ने खिलाड़ियों को टिप्स दिए। उनके अनुसार भारत मे फुटबॉल खिलाड़ी तेजी से सीख रहे है। खासकर, लड़कियों के खेल में निखार आया है।
उन्होंने माना कि भारत मे क्रिकेट का बोलबाला है लेकिन फुटबॉल धीरे धीरे अपनी जगह बना रही है। यदि छोटी उम्र से बच्चों को सिखाया जाता है तो भारतीय फुटबॉल प्रगति कर सकती है। फ्रेंच खिलाड़ी ने छह साल की उम्र में बायर्न से नाता जोड़ लिया था और क्लब के लिए कई खिताब जीते।
– (राजेन्द्र सजवान)