विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम को 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ पांच मुकाबलों की टेस्ट सीरीज से खेलनी है। इससे पहले भारत भारतीय टीम आज से डरहम में काउंटी सिलेक्ट XI के खिलाफ तीन दिवसीय वार्म-अप मैच खेल रही है। वहीं इससे पहले भारत को एक बड़ा झटका लगा है। जी हां दरअसल युवा तेज गेंदबाज आवेश खान अभ्यास मैच के पहले दिन काउंटी एकादश की ओर से खेलते हुए बायें अंगूठे में चोट के कारण मैच से बाहर हो गए हैं और उनका इंग्लैंड दौरे से बाहर होना भी लगभग तय है। कोविड-19 पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आने के बाद काउंटी एकादश के कुछ खिलाड़ियों के अनिवार्य क्वारंटाइन पर जाने के बाद दायें हाथ के तेज गेंदबाज आवेश मेजबान टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दौरे पर स्टैंडबाई खिलाड़ी के रूप में गए आवेश चोट के कारण लंबे समय तक बाहर हो सकते हैं और चार अगस्त से नॉटिंघम के ट्रेंटब्रिज में शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला से पहले भारतीय टीम प्रबंधन के पास कम से कम एक नेट गेंदबाज कम होगा।
बीसीसीआई सूत्र ने कहा, इस मैच को तो छोड़ दीजिए आवेश के इस श्रृंखला में भी आगे हिस्सा लेने की संभावना नहीं है। उसके अंगूठे में फ्रेक्चर है। वह कम से कम एक महीने तक गेंदबाजी नहीं कर पाएगा और इसके बाद उसका रिहैबिलिटेशन शुरू होने की उम्मीद है। अगले तीन दिन में स्थिति स्पष्ट होगी। बीसीसीआई ने बुधवार को आवेश की चोट के बारे में विस्तार से नहीं बताया था लेकिन कहा था, तेज गेंदबाज आवेश खान मेडिकल टीम की निगरानी में रहेंगे। वह अभ्यास मैच के दूसरे और तीसरे दिन के खेल में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
UPDATE – Fast bowler Avesh Khan remains under observation of the BCCI Medical Team. He will not be taking any further part on Day 2 and Day 3 of the warm-up game. https://t.co/Owc7fQpBL0
— BCCI (@BCCI) July 21, 2021
मंगलवार को पहले दिन लंच के बाद के सत्र में अपने 10वें ओवर की पांचवीं गेंद पर आवेश को चोट लगी थी। वह हनुमा विहारी के शॉट को रोक रहे थे। गेंद लगने के बाद वह काफी दर्द में दिख रहे थे और तुरंत उन्हें चिकित्सा मदद की गई और डरहम के यूट्यूब चैनल पर एक कमेंटेटर को कहते हुए सुना गया कि चोट गंभीर हो सकती है।
24 के आवेश ने अब तक 26 प्रथम श्रेणी मैचों में 100 विकेट चटकाए हैं और कई लोगों का मानना था कि इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के दौरान उन्हें पदार्पण का मौका मिल सकता था।