दुनिया की मशहूर फुटबॉल लीग में शामिल का अब अतिंम दौर आ गया है और जल्द ही यह तय हो जाएगा कि कौन यूरोपीय चैम्पियनशिप का खिताब जीतकर चैम्पियन बनता है। लीग के फाइनल मुकाबले से पहले सेमीफाइनल काफी रोमांचक होने वाला है, यह बात तो काफी हद तक तय मानी जा रही है।
एक को पिछले 32 मैचों में कोई हरा नहीं सका है तो दूसरी 12 मैचों से अपराजेय है। एक ने पिछले मैच में दुनिया की नंबर एक टीम को आसानी से हराया तो दूसरी को जीत के लिये शूटआउट खेलना पड़ा। खिताब की प्रबल दावेदार इटली और स्पेन अब यूरोपीय फुटबॉल चैम्पियनशिप में खिताबी भिड़ंत में जगह बनाने के लिये आमने सामने होंगे।
यूरोपीय चैम्पियनशिप में लगातार चौथी बार दोनों का सामना होगा और इस बार दाव पर फाइनल में स्थान है। मैच मंगलवार को लंदन के वेम्बले स्टेडियम पर खेला जायेगा। इटली ने शीर्ष रैंकिंग वाली बेल्जियम को म्युनिख में 2 . 1 से हराया जबकि स्पेन ने सेंट पीटर्सबर्ग में स्विटरजलैंड को पेनल्टी शूटआउट में मात दी। इतालवी टीम पिछले 32 मैचों से अपराजेय है जबकि स्पेन ने 12 मैचों में हार का सामना नहीं किया है।
स्पेन ने टूर्नामेंट में सर्वाधिक 12 गोल दागे हैं जबकि इटली ने 11 गोल किये हैं। दोनों के बीच पिछला मुकाबला 2018 विश्व कप क्वालीफाइंग दौर में हुआ था। इटली एक मैच में हार और स्पेन के खिलाफ ड्रॉ के बाद इतिहास में दूसरी बार विश्व कप के लिये क्वालीफाई नहीं कर सकी थी।
दोनों में से कोई टीम आखिरी बार 2012 में फाइनल में पहुंची थी जब स्पेन ने इटली को 4 . 0 से हराकर यूरो खिताब जीता था। उस मैच में खेलने वाले खिलाड़ियों में स्पेन की टीम में मिडफील्डर सर्जियो बस्केट्स हैं, जबकि इटली की टीम में डिफेंडर लियोनार्डो बोनुची और जियोर्जियो चियेलिनी हैं। इटली ने स्पेन को यूरो 2016 के अंतिम 16 के मैच में हराकर लगातार तीसरी बार खिताब जीतने से रोक दिया था। स्पेन ने इटली को यूरो 2008 क्वार्टर फाइनल में हराया था।
स्पेन के कोच लुई एनरिक 1994 विश्व कप में देश के लिये खेले थे जब क्वार्टर फाइनल में इतालवी डिफेंडर माउरो तासोत्ती ने उनकी नाक तोड़ दी थी। इटली उस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा लेकिन ब्राजील से हार गया था। इतालवी कोच राबर्टो मंचिनी 1994 विश्व कप नहीं खेले थे। वह 2018 में कोच के रूप में ही राष्ट्रीय टीम के साथ लौटे।