मेलबर्न : मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि उनकी समिति ने टेस्ट सीरीज के लिये रविंद्र जडेजा का चयन उनकी फिटनेस रिपोर्ट के आधार पर किया था जिसमें उन्हें पूरी तरह से फिट घोषित किया गया था। जडेजा के कंधे में जकड़न थी जिससे वह पर्थ में दूसरे टेस्ट में नहीं खेल सके थे और कोच रवि शास्त्री ने पत्रकारों से कहा कि यह खिलाड़ी भारत से ही इस चोट के साथ आया था।
बाक्सिंग डे टेस्ट में सौराष्ट्र के इस आलराउंडर को शामिल किया गया है। प्रसाद ने कहा कि किसी भी चयन बैठक की पूर्व संध्या पर चयन समिति को सभी खिलाड़ियों की फिटनेस रिपोर्ट दी जाती है। उस रिपोर्ट में जडेजा पूरी तरह फिट था। इसलिये हमने उसे चुना था। जब हमने उसे चुना था तो उसके बाद वह रणजी ट्राफी में भी खेला, जिसमें उसने 60 ओवर गेंदबाजी की थी।
इसलिये आस्ट्रेलिया के लिये चयन के समय उसके अनफिट होने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि जब भी कोई स्वास्थ्य संबंधित मुद्दा उठता है तो हमारा एक समूह है जो इन सब चीजों को देखता है। फिजियो द्वारा हर चीज देखी जाती है और बयान में भी इसे स्पष्ट रूप से दिया गया है।
हनुमा को मिलेगा पूरा मौका
हनुमा विहारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार से यहां खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट में सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाएंगे जिस पर चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने आश्वासन दिया कि अगर वह नयी जिम्मेदारी में विफल रहते हैं तो उन्हें मध्यक्रम में भी पूरा मौका मिलेगा।
लोकेश राहुल और मुरली विजय के विफल होने के बाद टीम प्रबंधन ने पदार्पण कर रहे मयंक अग्रवाल के साथ विहारी को पारी की शुरूआत करने के लिए चुना है। प्रसाद से जब पूछा गया कि क्या यह विहारी के लिए गलत नहीं होगा क्योंकि उन्होंने अभी तक सिर्फ दो टेस्ट खेले हैं और घरेलू प्रथम श्रेणी में भी वह नियमित तौर पर पारी शुरू नहीं करते।
उन्होंने कहा कि अगले दो टेस्ट में अगर वह सलामी बल्लेबाज की भूमिका में विफल होते हैं तो भी उन्हें मध्यक्रम में पूरा मौका मिलेगा। विहारी को करीब से देखने वाले प्रसाद ने कहा कि उनके पास कूकाबूरा गेंद का सामना करने की अच्छी तकनीक है।