टेस्ट क्रिकेट इतिहास में बतौर तेज गेंदबाज सबसे ज्यादा विकेट अपने नाम दर्ज करने वाले इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन ने बताया कि वो 39 साल की उम्र में भी इतने ज्यादा खौफनाक आखिरकार कैसे हैं? एंडरसन ने लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट में बने रहने का राज बताते हुए बुधवार को यहां कहा कि अब वह नेट्स पर कम समय बिताते हैं और अपनी उस ऊर्जा को मैचों के लिये बचाकर रखते हैं।
जेम्स एंडरसन ने अपनी शानदार गेंदबाजी का नमूना तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन भी दिखाया जब उन्होंने आठ ओवर में छह रन देकर तीन विकेट अपने नाम किये। ऐसे में मेहमान टीम की पहली पारी 78 रन के स्कोर पर ही ढेर हो गई।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, उम्र बढ़ने के साथ मुझे लगता है कि मुझे जिम में अधिक कड़ी मेहनत करनी चाहिए। मैं नेट्स पर कम गेंदबाजी करता हूं और इसे मैच के लिये बचाये रखने की कोशिश करता हूं जबकि यह अधिक मायने रखती है।
एंडरसन ने कहा, टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी परीक्षा स्वयं को बड़े स्पैल करने और बड़े मैचों में खेलने के लिये मानसिक रूप से तैयार करना है। यह मैचों के जरिये स्वयं को ऊर्जावान बनाने और जब आप गेंदबाजी नहीं कर रहे हों तो अपनी ऊर्जा बचाये रखने से जुड़ा है और मैं हमेशा ऐसा करता हूं।
उन्होंने कहा, हमने केवल अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने का अच्छा प्रयास किया है। हमने बाहर जो कुछ भी हो रहा है उसे नजरअंदाज करने की कोशिश की और सुनिश्चित किया कि हमारा ध्यान केवल अच्छा प्रदर्शन करने पर केंद्रित रहे। मुझे लगता है कि पूरी श्रृंखला में हमने उसे बहुत अच्छी गेंदबाजी की। हमें ऐसा करते रहना है और जितना संभव हो सके उसे रन बनाने से रोके रखना है।
बता दें, जेम्स एंडरसन अब तक 165 टेस्ट मैचों में 629 विकेट चटका चुकें हैं। खास बात ये पेसर टेस्ट में सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में विश्व के तीसरे गेंदबाज की लिस्ट में शामिल है। इस सूची में सबसे ऊपर श्रीलंकाई टीम के पूर्व दिग्गज ऑफ़ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन (800) और दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न (708) हैं।