भारत दौरे पर आई न्यूजीलैंड की टीम को एक बार फिर से निराशा हाथ लगीं। पहले तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारत ने मेहमानों का सफाया कर दिया तो अब टी20 में भी 2-1 से सीरीज अपने नाम कर ली। सीरीज के पहले मुकाबले में मिली हार के बाद भारत ने जबरदस्त कमबैक किया और सीरीज अपने नाम कर ली। इस साल भारतीय टीम की शुरुआत काफी अच्छी रही है और उसे बरकरार भी रखा है खिलाड़ियों ने मिलकर।
कल भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए तीसरे टी20 मुकाबले में भारत ने 168 रन के बड़े मार्जिन से जीत हासिल कर ली। इस जीत के साथ ही टी 20 फॉर्मेट के कप्तान हार्दिक पांड्या की कप्तानी में भारतीय टीम लगातार चौथी सीरीज जीती हैं। वहीं हार्दिक की कप्तानी में भारतीय टीम अब तक कोई भी बायलेटरल सीरीज नहीं हारी हैं। हालांकि अभी तक उनकी कप्तानी में भारत ने कोई टूर्नामेंट नहीं खेला है, मगर जिस तरह के कप्तानी की उम्मीद उनसे की जा रही थी कप्तानी सौंपते वक्त, उसपर अभी तक वो पूरी तरह से खड़े उतरे हैं। इसके अलावा शुभमन गिल का एक बार फिर से तूफान आया और कीवियों को उड़ा कर रख दिया।
मुकाबले में एक वक्त के लिए भी नहीं लगा कि न्यूजीलैंड की टीम भारतीयों पर भारी पड़ रही हैं। हम सब की उम्मीद थी कि जो भी टीम टॉस जीतेगी वो पहले गेंदबाजी करने का फैसला करेगी, और मैच हाई स्कोरिंग होगा। मुकाबला हाई-स्कोरिंग तो हुआ मगर सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों की तरफ से, वो भी टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए। हालांकि शुरुआत में लगा कि भारत अपनी पुरानी समस्या लेकर मैदान पर उतरा है, जब ओपनिंग साझेदारी एक बार फिर से फ्लॉप साबित हुई और ईशान किशन सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए। पर ऐसा हुआ नहीं, इनफॉर्म बल्लेबाज शुभमन गिल ने नाबाद 63 गेंदों पर 126 रन की जबरदस्त पारी खेली, जिसमें उन्होंने 12 चौके और 7 छक्के लगाए। तीन नंबर पर राहुल त्रिपाठी ने मौका का बेहतरीन फायदा उठाया और 22 गेंदों पर 200 के स्ट्राइक रेट से 44 रन बना डाले और गिल के साथ दूसरे विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी निभाई।
भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में अपने 4 विकेट खोकर 234 रन बनाए और इसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 12.1 ओवरों में मात्र 66 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई। भारतीय टीम की यह 168 रन से जीत टी20 इतिहास में अबतक की सबसे बड़ी जीत रही है। वहीं न्यूजीलैंड की सबसे बड़ी हार। इस जीत के साथ भारत ने इतिहास के पन्नों पर अपना नाम सबसे ऊपर लिख दिया है और महारत हासिल कर ली है।