टीम इंडिया के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव फिलहाल टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। ऐसे में वो काफी वक्त से भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष करते हुए नजर आ रहे हैं। यही नहीं इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं दी गई। हालांकि कुलदीप को टेस्ट टीम में जगह नहीं दिए जाने के बाद कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने इस मामले पर आवाज उठाई है। दरअसल कुलदीप को टीम में जगह नहीं दिए जाने के पीछे का कारण ये भी हो सकता है कि वो इन दिनों बेहद खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं। आइपीएल 2021 में भी उन्हें केकेआर की तरफ से कोई मैच खेलने को नहीं मिला।
कुलदीप यादव ने किया खुलासा
कुलदीप यादव ने एक बड़ा खुलासा करते बताया आखिर किस तरह महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद सब कुछ बदल गया। अपने हालिया इंटरव्यू में कुलदीप यादव ने कहा, वो माही भाई के गाइडेंस को मिस करते हैं क्योंकि उनके पास काफी अनुभव था। वो विकेट के पीछे से हमें बताते रहते थे कि, हमें क्या करना है। वो लगातार चिल्लाते रहते थे और मैं अब ये बातें काफी मिस कर रहा हूं।
दरअसल धोनी ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच जुलाई 2019 में खेला था और इसके बाद उन्होंने साल 2020 में संन्यास ले लिया। हालांकि धोनी के संन्यास लेने के बाद लगातार कुलदीप यादव की गेंदबाजी पर इसका असर देखने को मिला और वो पहले की तरह धारदार नहीं रह गए थे।
कुलदीप यादव ने कहा, धोनी भाई के पास जबर्दस्त अनुभव है। जब माही भाई थे तो मैं और चहल साथ खेलते थे। जब से माही भाई ने छोड़ा है, चहल और मैंने एक साथ नहीं खेला। मैंने माही भाई के चले जाने के बाद केवल कुछ मुट्ठी भर मैच खेले हैं, मैंने हैट्रिक भी ली थी। मुझे धोनी भाई बहुत याद आते हैं,मैं उनके अनुभव को याद करता हूं। ऋषभ अभी नया है वह जितना ज्यादा खेलेगा उतना ही ज्यादा सलाह वह भविष्य में विकेट के पीछे से गेंदबाजों को देगा। मुझे हमेशा लगा कि हर गेंदबाज को एक साथी की जरूरत होती है जो दूसरे छोर से मदद कर सके।
गौरतलब है,महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद कुलदीप यादव को टीम इंडिया में खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिला है। यही वजह है कि बहुत ही कम मौके मिलने से कुलदीप यादव लंबे समय से उदास हैं। यही नहीं आईपीएल के दौरान भी उन्हें बेंच पर बैठाया गया था।