भारत के पूर्व कप्तान और अपने जमाने के स्टार बल्लेबाज रह चुके सुनील गावस्कर वर्तमान सीनियर खिलाड़ियों से परेशान हो गए हैं. उन्होंने विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह जैसे बड़े खिलाड़ियों के प्रति अपनी नाराजगी जताई हैं. उन्होंने किसी भी खिलाड़ी का बिना नाम लिए कहा कि इस अवधारणा से मैं बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं. सभी को क्रिकेट खेलना होगा. छुट्टी की बात अब नहीं करें. टी-20 खेलने से कोई भी खिलाड़ी थक नहीं सकता हैं. टेस्ट खेलने से शरीर और दिमाग पर असर पड़ता है, ना कि 20 ओवर के मुकाबले से. आईपीएल के लिए अगर कोई छुट्टी नहीं लेते तो फिर देश के लिए खेलने में क्या दिक्कत है.
सुनिल गावस्कर ने आगे यह भी कहा कि बीसीसीआई को इस चीज पर ध्यान देने की जरूरत है. सभी खिलाड़ीयों को अच्छे खासे रकम भी मिल रहे है. फिर क्यों उन्हें हमेशा छुट्टी चाहिए. 73 साल के गावस्कर का यह कहना काफी मायने रखता है क्योंकि टी20 वर्ल्ड कप को मात्र तीन महीने रह गए है और विराट जैसे खिलाड़ी जो फिलहाल अपने लय में नहीं है, उन्हें लय पकड़ने के लिए खेलना जरूरी है. ऐसे वक्त पर टीम से खुद को बाहर रखना नुकसानदायक हो सकता है.
वहीं दूसरी तरफ जो कंट्रोवर्सी शुरू हुई है विराट कोहली के फॉर्म को लेकर, उसमें भी गावस्कर साहब ने अपनी बात रखी है, उन्होंने कहा कि विराट पर सब का ध्यान है, पर रोहित शर्मा खुद रन नहीं बना रहे तो लोग उसपर कुछ भी नहीं बोल रहे है. उनके इस बात लोग गोर कर सकते है क्योंकि हमने भी बीते सीरीज में देखा कि रोहित इंग्लैंड के खिलाफ किसी भी टी20 मुकाबले में लम्बी पारी खेल नहीं पा रहे थे.
विराट कोहली भले ही लगभग 3 साल से शतक ना लगाएं हो मगर भारतीय टीम के बल्लेबाजों पर नजर डाले तो विराट फिर भी रन बनाने के मामले में सभी भारतीय बल्लेबाजों से आगे हैं. ऐसे में लिटिल मास्टर का रोहित पर सवाल खड़ा करना कुछ गलत नहीं था. वहीं देखा जाए, तो उन्होंने भले ही रोहित को अपने बयान के जरिए कटघरे में खड़ा कर दिया हो पर इस बात का कोई मतलब नहीं निकलता कि उन्होंने विराट को डिफेंड किया है.