मध्य प्रदेश पुलिस ने पूर्व क्रिकेटर नमन ओझा के पिता को 2013 के धन गबन के मामले में गिरफ्तार किया है। वह पिछले 8 साल से फ़रार चल रहे थे। विनय ओझा मध्य प्रदेश के बैतूल में बैंक आफ महाराष्ट्र में प्रबंधक के रूप में तैनात थे। इसी दौरान बैतूल की इस ब्रांच में 2014 में किसानों के नाम पर क्रेडिट कार्ड बनाकर करोड़ों रुपये गबन करने का मामला सामने आया था। पुलिस ने 2014 में मुलताई कस्बे में करीब सवा करोड़ रुपये के कथित गबन का मामला दर्ज किया था। तत्कालीन बैंक प्रबंधक रितेश चतुर्वेदी की शिकायत के बाद 19 जून 2014 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। बाद में फर्जी खातों से यह राशि निकाल ली गई।मुलताई थाना प्रभारी सुनील लता ने बताया कि फरार चल रहे ओझा को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। अधिकारी ने बताया कि मामले के अन्य 5 मुख्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
कई धाराओं में किया गया मामला मामला दर्ज
ओझा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 409 (लोक सेवक द्वारा आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), 467 (मूल्यवान सुरक्षा की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेज) और 120- बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जानिए कौन है नमन ओझा
नमन ओझा घरेलू क्रिकेट का एक बड़ा चेहरा रह चुके थे लेकिन वह सिर्फ एक वनडे और एक टेस्ट मैच और दो टी-20 मैच ही खेल सके थे ।महेंद्र सिंह धोनी और ऋद्धिमान साहा जैसे विकेटकीपर के कारण अंतरारष्ट्रीय क्रिकेट में इन्हें ज्यादा अवसर नहीं मिला। आईपीएल में उन्होंने तीन टीमों का प्रतिनिधित्व किया ,लेकिन उन्होंने फरवरी 2021 में संन्यास ले लिया था।