
भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और रोहित शर्मा का यह फैसला हर तरह से सही साबित हुआ। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पूरे 50 ओवरों में अपने 8 विकेट खोकर 349 रन बनाएं। भारत के बल्लेबाज तो एक छोड़ पर लगातार अपना विकेट गवांते जा रहे थे, मगर दूसरे छोड़ से 23 साल के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए समा बांधे रखा। अकेले दम पर भारत को एक मजबूत टोटल दिया और साथ ही साथ वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले भारत के पांचवे खिलाड़ी बन गए। गिल ने कल 149 गेंदों पर 208 रन की जबरदस्त पारी खेली और समझदारी दिखाते हुए, जिम्मेदारी उठाते हुए न्यूजीलैंड के सामने एक बड़ा लक्ष्य रखा।

वहीं जब गेंदबाजी की बारी आई तब एक बार फिर से सिराज का तूफान आया और अपने रिकॉर्ड को बरकरार रखते हुए हमेशा की तरह पावरप्ले में एक बार फिर से विकेट अर्जित किए और अपनी टीम को एक अच्छी शुरुआत दिलाई। उन्होंने अपने तीसरे ही ओवर में न्यूजीलैंड के स्टार बल्लेबाज डेवोन कॉन्वे को 10 रन पर चलता किया। इसके बाद मेहमान टीम के विकेट लगातार गिरते चले गए और 30 ओवर तक भारत ने मैच सुनिश्चित कर लिया था। मगर फिर लगभग हार चुकी दुनिया की नंबर-1 टीम आसानी से कहां हार मानने वाली थी। उनके खेमे से 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए माइकल ब्रेसवेल ने जो ताबड़तोड़ छक्के-चौके की बरसात लाए, वो काबिले तारिफ थी। वहीं उनका अच्छा साथ दिया मिशेल सेंटनर ने, जिन्होंने 45 गेंदों पर 57 रन की बेहतरीन पारी खेली। ब्रेसवेल और सैंटनर ने मिलकर सातवें विकेट के लिए 162 रन की साझेदारी निभाई और भारतीय टीम की जान हलक पर डाल दी। तभी भारतीय कप्तान ने लोकल बॉय मोहम्मद सिराज को वापस से बॉल पकड़ाया और इस अटूट साझेदारी को तोड़ने का जिम्मा दिया।

मोहम्मद सिराज ने अपने कप्तान की बात बखूबी मानी और मिशेल सेंटनर को सूर्यकुमार यादव के हाथों कैच करा कर घर के शेर बनकर दहाड़े। सिराज के परिवार वाले भी उनका मैच देखने के लिए स्टेडियम में मौजूद थे। वहीं सिराज ने पूरे मुकाबले में 10 ओवर फेंक कर मात्र 46 रन दिए और 4 महत्वपूर्ण बल्लेबाजों को आउट किया। पहले डेवोन कॉन्वे के बाद उन्होंने मेहमान टीम के कप्तान टॉम लाथम को 24 रन पर चलता किया, उसके बाद सेट बल्लेबाज सेंटनर को और उसकी ही अगली गेंद पर नौंवे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए हेनरी शिपले को। वहीं ब्रेसवेल को 140 रन पर अंतिम ओवर में शार्दुल ने पगबाधा आउट किया। अंत में भारतीय टीम ने एक रोमांचक मुकाबले में 12 रन से जीत हासिल की और सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल कर ली।