इंग्लैंड के वाइट-बॉल के 35वर्षीय कप्तान इयोन मोर्गन अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. इयोन मार्गन इंग्लैड के एक स्टार खिलाड़ी रह चुके है. लंबे समय से खराब फॉर्म से जुझ रहा यह खिलाड़ी शायद खुद में ही शर्मिंगी महसूस करने लगा और क्रिकेट से दूरी बनाने का फैसला किया. हालांकि मैं आपको यह बता दूं कि इस खिलाड़ी का अपनी टीम के लिए बहुत बड़ा रहा. 2019 में इंग्लैड ने अपना पहला विश्व कप मार्गन के ही नेतृत्व में जीता था. मार्गन ने इंग्लैंड के लिए 2011 और 2015 के विश्न कप में भी कप्तानी की थी.
मार्गन एक भरोसेमंद बल्लेबाज होने के साथ-साथ एक जबरदस्त कप्तान भी थे. उन्होंने इंग्लैंड के लिए 126 एकदिवसीय मैचों में कप्तानी की है, जिसमें से 76 मैच इंग्लैंड जीता है और 40 में हार का सामना करा पड़ा था. वहीं 72 टी-20 मैचों में उन्होंने कप्तानी की है, जिसमें 42 जीत और 27 हार शामिल है. वैसे आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इयोन मार्गन इंग्लैड से पहले आयरलैंड की तरफ से भी खेल चुके है. खैर मैं आपको बता दुं कि मार्गन मुल रूप से आयरलैंड निवासी ही है.
उनके नाम एक अनोखा रिकॉर्ड भी दर्ज है. वो एकमात्र ऐसे खिलाड़ी है जो दो देशों की तरफ से खेलते हुए शतक लगाए हैं.
मार्गन 2009 में इंग्लैंड की तरफ से डेब्यू करने से पहले आयरलैंड के लिए 3 साल खेल चुके थे. एकदिवसीय मैचों की बात करें तो मार्गन 2006 से 2009 तक आयरलैंड की तरफ से 23 मैच खेले और 35.42 की औसत से 744 रन बनाए है. जिसमें एक शतक शामिल है. वहीं इंग्लैड की तरफ से मार्गन 225 मैच खेले हैं, जिसमें 39.75 की औसत से 6957 रन बनाए है और 13 शतक भी जड़ चुके है.
खराब फार्म की वजह से मार्गन ने संन्यास लेने का फैसला किया है. पिछला दौरा उनका नीदरलैंड का रहा था, जहां उन्होंने 2 मैचों में एक भी रन नहीं बना पाए थे. इसके अलावा उनके बल्ले से आखिरी शतक भी 2020 के अगस्त महीने में आया था. पिछले साल भी वो सिर्फ 4 एकदिवसीय मैच खेले थे और मात्र 103 रन ही बना सके थे. वहीं पिछले साल वो 16 टी-20 मैचों में 16.60 की औसत से सिर्फ 150 रन ही बना पाए थे.
बाएं हाथ के बल्लेबाज इयोन मार्गन इंग्लैड के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. इंग्लैंड को इस खिलाड़ी की कमी जरूर खलेगी.