बेंगलुरू : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी टी-20 में मिली हार के बाद कहा है कि खिलाड़ियों को सभी तरह की चुनौतियों के लिये तैयार रहना चाहिये ताकि भविष्य में टॉस से उनका परिणाम प्रभावित न हो। एम चिन्नास्वामी स्टेडियम का रिकार्ड रहा है कि यहां लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम को हमेशा फायदा हुआ है।
यहां आखिरी छह टी-20 मैचों में किसी भी टीम ने पहले बल्लेबाजी का फैसला नहीं किया था। इसके बावजूद रविवार को सीरीज के आखिरी टी-20 में विराट ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और अंतत: टीम नौ विकेट से यह मैच गंवा बैठी। इससे सीरीज बराबरी पर छूटी जबकि भारत के पास 2-0 से सीरीज जीतने का मौका था।
भारतीय कप्तान ने मैच जीतने के बाद अपने फैसले को सही ठहराते हुये कहा कि हमारी टीम को अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलना होगा। पहले बल्लेबाजी करते हुये हमें शायद 20-30 रन और बनाने चाहिये थे जो टी-20 क्रिकेट में नुकसानदेह हो सकता है। इसीलिये हम पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे ताकि बड़ा स्कोर बना सकें।
हमें 200 के बारे में सोचने के बजाय 170 तक बनाने चाहिये थे लेकिन हम लगातार विकेट गंवाते चले गये। उन्होंने कहा कि हम दक्षिण अफ्रीका के प्रयास को कम नहीं कर सकते हैं। उन्होंने हमसे बेहतर पिच को समझा और सही दिशा में हिट किया। भारतीय कप्तान ने अगले विश्व कप की तैयारियों के मद्देनजर कहा कि टीम को अपने स्कोर का बचाव करना आना चाहिये और इसके लिये उसे अधिक तैयारी की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि आपको क्रिकेट में मैच जीतने के लिये जोखिम उठाने की जरूरत है। पहले से कुछ तय नहीं होता है। यदि हम अपने आराम से बाहर निकलने को तैयार होंगे तो हमें टॉस के परिणाम से फर्क नहीं पड़ेगा। विराट ने कहा कि हमारी पहली कोशिश तो टॉस को अपनी योजनाओं से बाहर रखने की है। इसके बाद हम अपने सर्वश्रेष्ठ संयोजन के साथ खेलना चाहते हैं।