भारतीय टीम में खेल चुके युवा ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर के साथ कल एक गंभीर हादसा हुआ। 16 सितम्बर को दलीप ट्रॉफी के मैच के दौरान वेंकटेश अय्यर गेंदबाज़ के गुस्से का शिकार हो गए। अय्यर को मैच के दौरान गेंदबाज़ चिंतन गाजा के थ्रो से सर के पीछे चोट लग गई। जिसके बाद अय्यर सीधा मैदान पर गिर गए और एम्बुलेंस को बुलाना पड़ा।
इस समय दिलीप ट्राफी के सेमीफइनल मुकाबले चल रहे है। कोयम्बटूर में खेल जा रह है वेस्ट जोन और सेंट्रल जोन के बीच मुकाबले में ये घटना घटी। दरअसल मैच के दौरान जब वेंकटेश अय्यर सेंट्रल जोन की तरफ से बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तब गेंदबाज़ी पर वेस्ट जोन के चिंतन गाजा थे और वेंकटेश अय्यर ने उनके ओवर में एक छक्का मारा जिसके बाद गाजा काफी गुस्से में दिखे। उसके बाद अय्यर ने गाजा की अगली गेंदों को सामने की तरफ डिफेन्स किया और गेंद गाजा के हाथ में गई और गाजा ने अय्यर को रनआउट करने के प्रयास में थ्रो मारा जो की वेंकटेश अय्यर के सिर के पीछे लग गई। जिसके बाद अय्यर काफी दर्द में दिखे और मैदान पर लेट गए। इसके बाद फिजियो आए और साथ में एक एम्बुलेंस भी आई। हालाँकि थोड़ी में वेंकटेश अय्यर खड़े होकर खुद ड्रेसिंग रूम की तरफ गए। जिसके बाद सबको राहत मिली और फिर बाद में अय्यर ने बल्लेबाज़ी भी की। लेकिन वो ज्यादा देर टिक नहीं पाए और 9 गेंदों पर 14 रन बनाकर आउट हुए।
अगर मैच की बात करें तो दिलीप ट्राफी के पहले सेमीफाइनल में पहली पारी में 257 रन बनाए। जिसमें पृथ्वी शॉ और राहुल त्रिपाठी ने अर्धशतक लगाया। वहीँ गेंदबाज़ी में सेंट्रल जोन की तरफ से कुमार कार्तिकेय ने पहली पारी में 5 विकेट लिए। इसके सेंट्रल जोन अपनी पहली पारी में केवल 128 रन ही बना पाई। जिसके बाद वेस्ट जोन ने अपनी दसूरी पारी में पृथ्वी शॉ की धमाकेदार बल्लेबाज़ी के दम पर अभी तक पांच विकेट पर 254 रन बना लिए है। शॉ ने शानदार 140 गेंदों पर 142 रन की पारी खेली।