नयी दिल्ली : केंद्र सरकार ने ऑनलाइन कंप्यूटर एवं मोबाइल गेम ब्लूव्हेल चैलेंज खेलने वाले बच्चों पर दुष्प्रभावों की शिकायत के बाद इस गेम पर रोक लगाते हुये प्रमुख सर्च इंजन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को यह गेम डाउनलोड करने संबंधी लिंक हटाने को कहा है।
इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सर्च इंजन गूगल इंडिया, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और याहू इंडिया के अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को ब्लूव्हेल चैलेंज गेम को डाउनलोड करने की सुविधा या इससे जुड़ा कोई लिंक अपने प्लेटफॉर्म से तुरंत हटाने को कहा है।
मंत्रालय के वरिष्ठ निदेशक अरविंद कुमार द्वारा गत 11 अगस्त को जारी निर्देश में ब्लूव्हेल चैलेंज गेम के अलावा इससे मिलते जुलते नाम वाले ऑनलाइन गेम के लिंक भी हटाने को कहा है। इस गेम को खेलने वाले बच्चों में आत्महत्या की प्रवृथि पनपने की घटनाओं की शिकायतों के बाद केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्य सरकारों की मांग पर केन्द, सरकार ने (ब्लू व्हेल चैलेंज) पर रोक लगाई है।
इससे पहले केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने भी सरकार से इस गेम को प्रतिबंधित करने की कल मांग की थी। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद को इस गेम के बारे में शिकायतें मिलने के बाद यह पहल की गयी है। मंत्रालय ने इस गेम पर रोक लगाने के साथ ही सभी सर्च इंजन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ब्लूव्हेल गेम को डाउनलोड करने का लिंक हटाने के निर्देश दिए हैं, जिससे इसका इस्तेमाल या सर्च करना मुमकिन न हो।
एक अधिकारी ने बताया कि इस गेम पर प्रतिबंध की आशंका को देखते हुये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पहले ही कई छद्म या प्रॉक्सी यूआरएल या आईपीएड्रेस बना लिये गये थे। इसके मद्देनजर ही सरकार ने अपने निर्देश में सर्च इंजन और सोशल मीडिया वेबसाइट से ब्लूव्हेल चेलैंज गेम से मिलते जुलते नाम वाले या यूआरएल वाले गेम के लिंक भी हटाने को कहा है।
चैलेंज कैसे होंगे बैन?
ब्लू व्हेल चैलेंज गेम कोई ऐप नहीं है यानी इसे डाउनलोड और सब्सक्राइब नहीं किया जा सकता है । इसमें प्लेयर को 50 टास्क की लिस्ट दी जाती है, जिसे पूरा करना होता है । हर टास्क के बाद प्लेयर को #curatorfindme, #BlueWhaleChallenge के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोटो शेयर करनी होती है । यहीं से एडमिन और क्यूरेटर प्लेयर से संपर्क साधते हैं और उसे दूसरा टास्क देते हैं । इस चैलेंज में फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हॉट्सऐप और स्नैपचैट का यूज होता है. क्यूरेटर इनमें से किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए प्लेयर से संपर्क साध सकता है ।
प्लेयर को दिए जाते हैं ये टास्क
प्लेयर को गाने सुनने, हॉरर फिल्म देखने, आधी रात को उठने, ब्लेड से स्किन पर व्हेल की आकृति बनाने या फिर कुछ लिखने समेत कई खतरनाक टास्क दिए जाते हैं । higgypop.com वेबसाइट के मुताबिक, पहला चैलेंज सुबह 4.29 बजे से शुरू होता है । गेम में प्लेयर जानबूझकर खुद को क्षति पहुंचाए, इसके लिए एक से बढ़कर एक खतरनाक टास्क दिए जाते हैं। मना करने पर किशोरों को बरगलाया जाता है और उनकी गोपनीय सूचनाएं सार्वजनिक करने तक की धमकी दी जाती है ।